दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

उल्फा व भारत सरकार के बीच 29 दिसंबर को शांति समझौते पर होंगे हस्ताक्षर, 12 साल पुराना प्रयास सफल - उल्फा व भारत सरकार

ULFA General Secretary Anup Chetia, United Liberation Front of Assam, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम और भारत सरकार के बीच इस साल के अंत तक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इस शांति समझौते के लिए पिछले 11 सालों से प्रयास किए जा रहे थे और अब इसे लेकर सफलात प्राप्त हुई है. इसे लेकर उल्फा महासचिव अनुप चेतिया ने जानकारी दी.

ULFA General Secretary Anup Chetia
उल्फा महासचिव अनुप चेतिया

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 26, 2023, 7:43 PM IST

असम: यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और भारत सरकार इस साल के अंत तक एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे. समझौते पर 29 दिसंबर को नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में हस्ताक्षर किए जाएंगे. उल्फा महासचिव अनुप चेतिया ने मंगलवार दोपहर नई दिल्ली से फोन पर ईटीवी भारत से इसकी पुष्टि की.

चेतिया ने कहा कि समझौते के मसौदे को पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है और 29 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय, असम गृह मंत्रालय और उल्फा के शीर्ष नेतृत्व के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. समझौते पर हस्ताक्षर समारोह में केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री, शीर्ष स्तर के अधिकारी और असम के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे.

ये सारी बातें उल्फा महासचिव चेतिया ने फोन पर यह बात साझा की. 29 दिसंबर को शाम करीब 5 बजे शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में उल्फा और भारत सरकार के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिसवा सरमा शांति समझौता समारोह में शामिल होंगे.

समझौते पर हस्ताक्षर के लिए 2011 से ही प्रयास किये जा रहे थे. 12 साल पुराना यह प्रयास इस साल 29 दिसंबर को खत्म हो जाएगा. समझौते की प्रारंभिक शर्तों को अंतिम रूप देने के लिए उल्फा महासचिव अनूप चेतिया और विदेश सचिव शशधर चौधरी सोमवार शाम दिल्ली पहुंचे.

इसके समानांतर असम सरकार के गृह विभाग के शीर्ष नौकरशाहों का एक समूह भी सोमवार को दिल्ली पहुंच चुका है. यह तो सर्वविदित है कि शांति समझौते को लेकर उल्फा और केंद्र सरकार के बीच सिलसिलेवार बैठकें हो चुकी हैं. निश्चित रूप से उस चार्टर ऑफ डिमांड में उल्लिखित मुद्दे आगामी शांति समझौते में बड़े पैमाने पर प्रतिबिंबित होंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details