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Patna Opposition Meeting : 12 जुलाई को शिमला में विपक्षी दलों की बैठक, प्रेस कॉन्फ्रेंस में संयुक्त ऐलान

शुक्रवार को पटना में विपक्षी एकता बैठक के लिए अहम दिन है. आज पटना में विपक्षी दल मिलकर अपना एक CMP यानी कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर सहमति बनाकर आगे की सियासी दशा और दिशा तय करेंगे. इस बैठक में नीतीश के साथ लालू यादव भी मौजूद रहे. पढ़ें पूरी खबर

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Published : Jun 23, 2023, 7:11 AM IST

Updated : Jun 23, 2023, 4:52 PM IST

पटना: पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक खत्म हो गई है. नीतीश कुमार, लालू यादव, तेजस्वी यादव बैठक में मौजूद रहे. बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू समेत 17-18 दल एक टेबल पर बैठकर रणनीति पर मंथन किया. विपक्षी दलों में राहुल गांधी, ममता बनर्जी, हेमंत सोरेन, स्टालिन मौजूद थे. राहुल का स्वागत करने खुद मख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना एयरपोर्ट पहुंचे हुए थे. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात थी. इस बैठक के बाद तस्वीर बहुत हद तक साफ हो जाएगी कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए क्या सियासी हलचल रहने वाली है. थोड़ी देर में सभी दल संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.

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बैठक में भावी 'महागठबंध' के स्वरूप पर चर्चा : बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबोधन के साथ हुई. सभी ने बीजेपी से मुकाबले के लिए तैयार रहने की बात कही. सूत्रों की मानें तो बीजेपी के खिलाफ लोकसभा की सभी सीटों पर विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार हो तभी बीजेपी को सत्ता से बाहर कर सकते हैं. इसके बाद विपक्षी दलों की बैठक को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी संबोधित किया. उन्होंने सभी को अपना स्वार्थ छोड़ने की बात कही. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी बैठक को संबोधित किया है और एक-एक कर सभी दल के नेता अपनी बात रखते रहे. विपक्षी दलों की एकजुटता के लिए बिहार की तरह महागठबंधन बनाने की बात हुई. सूत्र बता रहे हैं कि विपक्षी दलों की आगे की रणनीति के लिए कमेटी और कन्वीनर पर भी हो रही चर्चा.

सदाकत आश्रम में राहुल गांधी:इससे पहले पटना के सदाकत आश्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है एक हमारी भारत जोड़ो की और एक तरफ भाजपा की भारत तोड़ो विचारधारा की. राहुल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि देश समझ गया है कि नरेंद्र मोदी और बीजेपी का मतलब सिर्फ 2-3 लोगों को फायदा पहुंचाना है वहीं कांग्रेस का मतलब देश के गरीबों के साथ खड़े होना है.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं को खरगे का मंत्र:कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि. इस कांग्रेस ऑफिस से जो भी नेता निकला वे देश के आजादी के लिए लड़ा. हमें गर्व है कि देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी इसी धरती से थे. अगर हम बिहार जीत गए तो सारे भारत में हम जीत जाएंगे.

पट स्मृति ईरानी राहुल गांधी पर निशाना : वहीं, कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व जब पटना पहुंचा तो केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि''कांग्रेस ने ये सार्वजनिक तौर पर घोषित कर दिया कि वो बीजेपी का मुकाबला अकेले नहीं कर सकती. पीएम मोदी को हराने के लिए कांग्रेस अकेले नाकाम है. उन्हें सहारे की जरूरत है.''

बीजेपी ने राहुल की तुलना फिल्म 'देवदास' के किरदार से की :विपक्षी दलों की बैठके के बीच बीजेपी कार्यालय के बाहर राहुल गांधी के पोस्टर लगे है. पोस्टर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना 'देवदास' फिल्म में शाहरुख खान के किरदार से की गई.

एयरपोर्ट पर जमा हुए JMM समर्थक :इस बीच, पटना में होने वाली विपक्ष की बैठक में शामिल होने के लिए आ रहे नेताओं के स्वागत के लिए आरजेडी और जेडीयू के कार्यकर्ता पटना एयरपोर्ट के बाहर एकत्रित हुए. कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचे है. बताया जा रहा है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के स्वागत के लिए झामुमो समर्थक एयरपोर्ट पर पहुंचे है. हेमंत सोरेन आज पटना में होने वाली विपक्ष की बैठक में भाग लेने के लिए आने वाले हैं.

केजरीवाल के अध्यादेश पर क्या बोले खरगे? :बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पटना के लिए निकल चुके हैं. दिल्ली से पटना रवाना होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अरविंद केजरीवाल के 'अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन न मिलने पर वॉकआउट करने' के बयान पर कहा कि, अरविंद केजरीवाल को यह पता होगा कि अध्यादेश का समर्थन या विरोध बाहर नहीं होता, यह सब सदन के अंदर होता है. जब संसद शुरू होगी तो सभी पार्टियां मिलकर एजेंडा तय करेंगी.

इससे पहले, आज सुबह नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुला पटना पहुंचे हैं. पटना एयरपोर्ट से सीधे स्टेट गेस्ट हाउस के लिए रवाना हुए. पटना एयरपोर्ट पर पहले से मौजूद मंत्री जमा खान और रामानंद यादव ने उमर अब्दुल्ला का स्वागत किया.

पटना में उद्धव ठाकरे :महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने पटना पहुंच चुके है. एयरपोर्ट से उद्धव ठाकरे सीधे सीएम आवास विपक्षी दलों की बैठक में पहुंच चुके है.

विपक्षी एकता पर क्या बोले पप्पू यादव:पटना में विपक्षी दलों की बैठक को लेकर जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादवने कहा कि, ये देश के विपक्ष की बैठक नहीं है, ये बैठक देश को 140 करोड़ लोगों की जिंदगी और उनके हिफाजत के लिए है। बैठक बिहार को हमेशा अपमान की दृष्टि से देखने के खिलाफ है और अच्छी शुरुआत के लिए है. कांग्रेस भाजपा को हराने वाली अकेली पार्टी है, देश में कांग्रेस से अलग रहकर कोई भाजपा को नहीं हरा सकता.''

RJD नेता आलोक मेहता को सुनिए : वहीं, आरजे नेता आलोक कुमार मेहता ने विपक्षी एकता की बैठक को भारत की प्रजातांत्रिक व्यवस्था का हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि विपक्ष जब एकजुट होता है तो लोकतंत्र में मज़बूती आती है. विपक्ष जब भी लड़ा है सामूहिक नेतृत्व में लड़ा है। जब चुनाव हो जाएगा तब हमारा नेता चुना जाएगा.

BJP का तंज- 'बारात में कौन-कौन शामिल होगा' : विपक्षी एकता की बैठक पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है. बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने कहा कि, इस बैठक में ये तय कर लें कि विपक्षी एकता के नाम पर जितने दूल्हे पटना आए हैं उसमे से असल दूल्हा कौन है. बारात में कौन-कौन शामिल होगा ये भी तय कर लें। यहां सब अपने-अपने रोग से ग्रसित हैं.

सुबह 11 बजे से बैठक: पटना में 1 अणे मार्ग स्थित बिहार सीएम के आधिकारिक आवास के अंदर नेक संवाद कक्ष में बैठक होगी. निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक सुबह 11 बजे से बैठक की शुरूआत होगी. ये मीटिंग शाम 4 बजे खत्म होगी. मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उद्घाटन भाषण से कार्रवाई शुरु होगी जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और इसके बाद बाकी नेताओं का संबोधन होगा. आखिर में राहुल गांधी विपक्षी नेताओं को संबोधित करेंगे.

बैठक में इन मुद्दों पर नहीं होगी बात: विपक्षी एकता की बैठक में सीट शेयरिंग और पीएम फेस पर कोई चर्चा नहीं होगी. इसकी जानकारी नीतीश के करीबी मंत्री विजय चौधरी ने दी. उनका कहना है कि ये मुहिम की शुरूआत हो चुकी है तो ये कारगर भी होगी. ये बैठक सिर्फ और सिर्फ इसलिए बुलाई गई है कि सभी दलों में किस प्रकार सहमति बन सकती है कि मिलकर 2024 का चुनाव लड़ें और नरेंद्र मोदी की सरकार को उखाड़कर फेंक दें. सीट शेयरिंग और पीएम फेस के लिए दूसरी मीटिंग में चर्चा होगी.

विपक्षी एकता बैठक से इन दलों की दूरी : 17-18 दलों के अलावा और भी बड़े दल हैं जो अन्य राज्यों में अपनी अलग हैसियत रखते हैं. वो दल जैसे, यूपी में मायावती, आंध्रप्रदेश में YSR कांग्रेस, तेलुगु देशम पार्टी. तेलंगाना में केसीआर की बीआरए, असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM. कर्नाटक में एचडी कुमार स्वामी, नवीन पटनायक की BJD और पंजाब में शिरोमणी अकाली दल ने दूरी बनाकर रखी हुई है. इन दलों के साथ नहीं आने से विपक्षी एकता पर असर पड़ रहा है.

दलों की बैठक पर क्या बोलीं मायावती : बैठक से पहले बीएसपी प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया और लिखा कि-''लोकसभा आम चुनाव के पूर्व विपक्षी पार्टियाँ जिन मुद्दों को मिलकर उठा रही हैं और ऐसे में नीतीश कुमार द्वारा कल 23 जून की विपक्षी नेताओं की पटना बैठक ’दिल मिले न मिले हांथ मिलाते रहिए’ की कहावत को ज्यादा चरितार्थ करता है. यूपी में लोकसभा की 80 सीट चुनावी सफलता की कुंजी कहलाती है, किन्तु विपक्षी पार्टियों के रवैये से ऐसा नहीं लगता है कि वे यहाँ अपने उद्देश्य के प्रति गंभीर व सही मायने में चिन्तित हैं. बिना सही प्राथमिकताओं के साथ यहाँ लोकसभा चुनाव की तैयारी क्या वाकई जरूरी बदलाव ला पाएगी?''

Last Updated : Jun 23, 2023, 4:52 PM IST

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