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आई हॉस्पिटल में 'आंखफोड़वा' कांड, मोतियाबिंद ऑपरेशन में आंख निकालकर लगा दी गोटी

पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला में मोतियाबिंद का ऑपरेशन (Cataract operation in Ghatshila) कराने गए एक बुजुर्ग का आंख निकालने की घटना समाने आई है. जिसके बाद से ही हड़कंप मचा गया है. इस मामले में सिविल सर्जन ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

patients who went for cataract operation
patients who went for cataract operation

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Published : Oct 12, 2022, 1:57 PM IST

घाटशिला/ पूर्वी सिंहभूम: घाटशिला अनुमंडल के उत्तरी मउभंडार पंचायत के किताडीह निवासी गंगाधर सिंह की आंख निकालकर कांच की आंख लगाने का मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया है. गंगाधर समेत आठ लोगों का ऑपरेशन जमशेदपुर के केसीसीआई हॉस्पिटल में हुआ था. इसके बाद किसी की आंखों की रोशनी नहीं लौटी, बल्कि अबतक उनकी आंखों से पानी गिर रहा है और दर्द हो रहा है. इन मरीजों का कहना है कि मोतियाबिंद ऑपरेशन (Cataract operation in Ghatshila) के पहले इन्हें दिखाई देता था लेकिन ऑपरेशन के बाद अब दिखना बंद हो गया है.

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गंगाधर सिंह समेत कुल आठ लोगों को आंखों के ऑपरेशन के लिए 18 नवंबर 2021 को केसीसी आई हॉस्पिटल जमशेदपुर ले जाया गया था. इनमें पांच लोग गंगाधर सिंह, देवा मुर्मू, छिता हांसदा, भानु सिंह, मांझोल सिंह और टेटे गिरी किताडीह गांव के थे. जबकि दो व्यक्ति किसी अन्य गांव के थे. सभी को 24 घंटे के अंदर ऑपरेशन कर जमशेदपुर से लौटा दिया गया था. इन सभी लोगों को काशिदा की एक महिला गांव की आंगनबाड़ी सहायिका सोमवारी मार्डी की मदद से ले गई थी.

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दूसरी ओर, ऑपरेशन के बाद जब गंगाधर सिंह लौटे तो लगातार उनकी बाईं आंख में दर्द हो रहा था. परिवारवालों ने अस्पताल से संपर्क किया तो दो गंगाधर सिंह का अस्पताल में इलाज किया गया. उसके बाद घर भेज दिया गया था. जिसके बाद घर में आकर आंख मलने के दौरान आंख से कांच की गोटी निकलकर जमीन पर गिर गई तब पता चला कि उनकी आंख निकाली गई है और उसके जगह कांच की गोटी लगा दी गई है.


इस मामले को लेकर पूर्वी सिंहभूम के सिविल सर्जन ने भी घाटशिला अनुमंडल अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच की. इस मामले में सिविल सर्जन ने बताया कि मामले की जांच कर दोषी पाए जाने वाले के ऊपर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अगर इसमें किसी अस्पताल की गलती है तो उस अस्पताल को भी सील कर दिया जाएगा. इसके साथ ही उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा. खबर मिलते ही अनुमंडल विकास पदाधिकारी सत्यवीर रजक ने पीड़ित के घर जाकर उनका हालचाल जाना. पीड़ित ने जमशेदपुर के केसीसी आई हॉस्पिटल के खिलाफ साक्ष्य थाना में मामला दर्ज किया है.

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