बोकारो: एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण मरीजों को ठेले पर सवार होकर भी अस्पताल (Patient Taken Hospital on Wheelbarrow in Bokaro) जाना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला चंदनकियारी प्रखंड में सामने आया है. जहां एक 8 वर्षीय बच्चा अपनी दादी की तड़प को देखकर जब बर्दाश्त नहीं कर पाया तो ठेले में दादी को लेकर चंदनकियारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए लेकर पहुंच गया.
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क्या है मामला :चंदनकियारी के बागान टोला की रहने वाली मरुरा देवी (75 वर्षीय) की तबीयत अचानक खराब हो गई. बेटा मजदूरी करने के लिए गया हुआ था. तबीयत खराब होने के कारण महिला काफी बेचैन हो गई. अपने दादी की बेचैनी को देखते हुए 8 साल के सूरज ने ठेले पर लेटा दिया और उसे खींचते हुए अस्पताल ले गया. इस दौरान वीडियो में एक महिला और एक बच्ची ठेले के पीछे- पीछे जाती नजर आ रही है. वहीं सूरज ने कहा कि दादी की तबीयत खराब हो गई थी. इस कारण उसे सरकारी अस्पताल ले गया था. लेकिन उसका इलाज नहीं हो पाया. सूरज ने कहा कि 'हम चाहते हैं कि हमारे रहने के लिए घर नहीं है. हमें घर दिया जाए और हमारी दादी का इलाज कराया जाए.'
मामले की जांच कराई जाएगी:इधर इस वीडियो के सामने आने के बाद बोकारो के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एचके मिश्रा ने कहा कि एस मामले की जानकरी ली जाएगी, साथ ही उन्होंने कहा कि एंबुलेंस की व्यवस्था चंदनकियारी में नहीं है. 108 से काम चलता है. किस कारण से एंबुलेंस नहीं मिली यह जांच का विषय है. जानकारी के अनुसार यहां 108 एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद खराब पड़ा हुआ है.