गोरखपुर :बीआरडी मेडिकल कॉलेज का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, यहां मरीज रामबदन को ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला, जिसके कारण मरीज को कंधे पर लादकर उसका भाई बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कोविड वॉर्ड पहुंचा, लेकिन वहां भी मरीज को भर्ती नहीं किया गया और कोरोना संक्रमित मरीज ने भाई के कंधे पर ही दम तोड़ दिया.
वहीं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इस मामले को लेकर कहा कि बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, स्ट्रेचर रोड पर नहीं अस्पताल में होता है. इतना ही नहीं जिस समय यह वाकया हुआ उस समय प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर गोरखपुर और बस्ती मंडल के अधिकारियों के साथ बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ऑफिस में वर्चुअल बैठक कर रहे थे और सीएम के प्रोटोकॉल के तहत रामबदन के परिजनों को बाहर ही रोक दिया गया.
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, भटहट निवासी रामबदन चौहान मुंबई में पेंट पॉलिश का काम करता था. बीते 3 दिन पहले ही मुंबई से अपने घर पहुंचा था. घर पर अचानक उसकी तबीयत खराब हुई और सांस लेने में तकलीफ होने लगी. इस पर परिजनों को कोरोना का शक हुआ. जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर भटहट के सीएचसी पहुंचे जहां पर जांच में मरीज कोविड पॉजिटिव निकला. सीएचसी के चिकित्सकों ने मरीज को तत्काल गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ले जाने की बात कही. जिस पर परिजन मरीज को लेकर बिना समय गंवाए बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. जहां पर सीएम प्रोटोकॉल के तहत उन्हें बाहर ही रोक दिया गया और परिजनों से मरीज को पैदल ही वॉर्ड तक ले जाने का निर्देश दिया गया.