रायपुर: रायपुर पासपोर्ट विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सैकड़ों की संख्या में रोजाना आवेदन आ रहे हैं. प्रदेश में सर्वाधिक आवेदन राजधानी रायपुर (going abroad has increased among peoples of Raipur) से आ रहे हैं. यहां हर माह ढाई सौ से 300 लोगों के द्वारा आवेदन किया जाता है. दूसरे स्थान पर दुर्ग संभाग से औसतन 50, बिलासपुर से करीब 45, अंबिकापुर से 35 और नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग से 25 से 30 आवेदन पासपोर्ट के लिए आते हैं. अधिकारियों की मानें तो जगदलपुर में एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद वहां से आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. Raipur latest news
कोरोना की वजह से कम आए आवेदन:क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सुनीता पुरोहित ने बताया कि "पिछले 2 साल तक कोरोना काल के चलते पासपोर्ट बनाने वालों की संख्या में कमी देखी गई है. 2020 में 20736 और 2021 में 26896 लोगों ने पासपोर्ट बनवाए हैं. पिछले 6 सालों की तुलना की जाए, तो इन 2 सालों में सबसे कम पासपोर्ट बनाए गए हैं. जैसे ही कोरोना का संक्रमण समाप्त हुआ, फिर से आवेदनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. हजारों की संख्या में पासपोर्ट बनाए गए हैं." Passport applications increased in Chhattisgarh
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ढाई लाख से अधिक लोगों के बने पासपोर्ट:क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी सुनीता पुरोहित कहती हैं कि "पासपोर्ट एक ऐसा डॉक्यूमेंट है, जो एक छोटे क्षेत्र से भी यदि कोई व्यक्ति आगे बढ़ना चाहता है. रोजगार या हायर स्टडी के लिए बाहर जाना चाहता है, तो इसके माध्यम से वह विदेश जा सकता है. यह खुशी की बात है कि हमारे छत्तीसगढ़ के लोगों में भी पासपोर्ट बनाने और विदेश जाने की ललक बढ़ी है. पासपोर्ट बनाने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. 2007 में पासपोर्ट कार्यालय (passport office) खुला. उस समय 1000 का आंकड़ा भी पार करना बहुत मुश्किल था. लेकिन पिछले 6 साल की बात करें तो ढाई लाख से अधिक लोगों ने पासपोर्ट बनवाया है. वहीं पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट भी पिछले 6 सालों में 36 सौ से अधिक बनाए गए हैं. दिन प्रतिदिन ये संख्या बढ़ती जा रही है. ज्यादातर स्टूडेंट पासपोर्ट बनवा रहे हैं. इसमें विदेश में पढ़ाई के लिए, तो वहीं नौकरी के लिए जाने वाले छत्तीसगढ़ के युवक पासपोर्ट बनवा रहे हैं."