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'बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है भारतीय वायु सेना'

भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने कहा कि तेजी से बदल रही सुरक्षा चुनौतियों और पड़ोस एवं अन्य क्षेत्रों में बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के मद्देनजर भारतीय वायुसेना (IAF) प्रौद्योगिकियों को तेजी से शामिल करके परिवर्तन के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है. इससे पहले, वायुसेना प्रमुख ने परेड की समीक्षा की. उन्होंने कोविड-19 महामारी के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई में वायुसेना की महत्वपूर्ण भूमिका का भी जिक्र किया.

हैदराबाद
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Published : Jun 19, 2021, 9:59 AM IST

Updated : Jun 19, 2021, 12:31 PM IST

हैदराबाद :हैदराबाद के डुंडीगल में भारतीय वायु सेना ( Indian Air Force Academy) की पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) के अवसर पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के. सिंह भदौरिया (Air Chief Marshal RK Singh Bhadauria) ने भारत-चीन व अन्य कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा, इस एक साल में हमने कई खास कदम उठाए हैं और काम किया है. हमारी क्षमता जो एक साल पहले थी, आज उससे कहीं ज्यादा है. उन्होंने आगे कहा, वास्तव में यह दिन आप में से प्रत्येक द्वारा दिखाए गए धैर्य और दृढ़ संकल्प का एक महान वसीयतनामा है. आज के दिन से आपका कर्तव्य होगा कि आप मूल मूल्यों को जिएं और निस्वार्थता और बलिदान के माध्यम से अपनी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखें.

वायुसेना प्रमुख आर.के. सिंह भदौरिया ने जवानों में भरा जोश

भारतीय वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने आज (शनिवार) कहा कि तेजी से बदल रही सुरक्षा चुनौतियों और पड़ोस एवं अन्य क्षेत्रों में बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के मद्देनजर भारतीय वायुसेना (IAF) प्रौद्योगिकियों को तेजी से शामिल करके परिवर्तन के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है.

भदौरिया ने यहां वायु सेना अकादमी में संयुक्त स्नातक परेड (CGP) को संबोधित करते हुए कहा, वायुसेना परिवर्तन के एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है. हमारे अभियानों के हर पहलू में प्रौद्योगिकियों और लड़ाकू शक्ति का जितनी तेजी से समावेश अब हो रहा है, उतना पहले कभी नहीं हुआ.

उन्होंने कहा, यह मुख्य रूप से हमारे पड़ोस और अन्य क्षेत्रों में बढ़ती भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के अलावा हमारे सामने मौजूद अभूतपूर्व और तेजी से बदल रहीं सुरक्षा चुनौतियों के कारण है. पिछले कुछ दशकों ने हर संघर्ष में जीत हासिल करने में वायु शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका स्पष्ट रूप से स्थापित की है और इसी के मद्देनजनर भारतीय वायुसेना की क्षमता में जारी वृद्धि काफी महत्व रखती है.

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वायुसेना प्रमुख ने आगे कहा, मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि आप जिस पीढ़ी से हैं वह तकनीकी रूप से अनुकूल है और डिजिटल स्पेस का उपयोग करने में अच्छी तरह से वाकिफ है. अब आपके लिए इसे साबित करने का समय है. आप जिस माहौल में कदम रखेंगे, वो न केवल चुनौतीपूर्ण होगा बल्कि आपकी क्षमताओं को भी बढ़ाएगा.

कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड में उड़ान भरता विमान

हैदराबाद के डुंडीगल में वायुसेना अकादमी में कंबाइंड ग्रेजुएशन परेड में उड़ान भरता विमान.

भारत-चीन मुद्दों पर प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के. सिंह भदौरिया ने कहा, एक साल पहले जब ये हुआ था हमने तैनाती की थी. उसके बाद एक साल में हमारी ताकत को कम करने का तो सवाल ही पैदा नहीं है. इस एक साल में हमने भी कदम उठाए हैं और काम किया है. हमारी क्षमता जो एक साल पहले थी आज उससे कहीं ज्यादा है.

एयर चीफ मार्शल ने कहा, इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड पर चर्चा चल रही है. क्षमता बढ़ाने के लिहाज से राफेल और LCA के बाद हमने दो से तीन बड़े कदम उठाए हैं, उसमें AMCA का सबसे बड़ा कदम है. इसके साथ ही 5वीं पीढ़ी के एयरक्राफ्ट का निर्णय ले लिया गया है.

भारतीय वायु सेना की पासिंग आउट परेड

इससे पहले, वायुसेना प्रमुख ने परेड की समीक्षा की. उन्होंने कोविड-19 महामारी के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई में वायुसेना की महत्वपूर्ण भूमिका का भी जिक्र किया.

Last Updated : Jun 19, 2021, 12:31 PM IST

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