रांची: सेमी हाई स्पीड और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की व्यवस्था की आज पोल खुल गई. ट्रेन संख्या 22349 अपने निर्धारित समय सुबह 7:00 बजे पटना से खुली थी. इसके रांची पहुंचने का निर्धारित समय दोपहर एक बजे था. बरकाकाना स्टेशन तक यह ट्रेन समय पर पहुंची. उसके बाद नेक्स्ट स्टॉपेज मेसरा रेलवे स्टेशन था. ट्रेन को 12:20 पर मेसरा स्टेशन स्टेशन पहुंचना था.
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मेसरा स्टेशन पर उतरने के लिए कई यात्री तैयार भी थे लेकिन बिना किसी सूचना के ट्रेन का रूट बदल दिया गया. इसको लेकर सेंट्रल कंट्रोल सिस्टम से अनाउंसमेंट भी नहीं किया गया. ट्रेन के मेसरा स्टेशन नहीं पहुंचने पर जब यात्रियों ने रेलवे कर्मियों से पूछताछ की तो उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं थी. कोई जवाब नहीं दे पा रहा था कि आखिर ट्रेन का रूट क्यों बदल गया.
खास बात है कि बोगी के कोच में लगे डिस्प्ले बोर्ड पर अगला स्टॉपेज मेसरा ही दिख रहा था. इस ट्रेन से यात्रा कर रहे मुसाफिरों ने लचर व्यवस्था को लेकर सवाल भी उठाए. यात्रियों ने कहा कि सुविधाओं से लेस वंदे भारत ट्रेन में इस तरह का कम्युनिकेशन गैप समझ से परे है. रुट बदलने की वजह से यह ट्रेन करीब 40 मिनट विलंब से रांची स्टेशन पहुंची.
यात्रियों की नाराजगी इस बात को भी लेकर थी कि पटना से सुबह 6:00 बजे के बाद जनशताब्दी एक्सप्रेस खुलती है जो 1:30 बजे के करीब रांची रेलवे स्टेशन पहुंच जाती है. लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 7:00 बजे खुलती है और 6 घंटे की यात्रा तय कर 1:00 बजे पहुंचती है. वंदे भारत ट्रेन के चेयर कार का किराया जनशताब्दी एक्सप्रेस से काफी ज्यादा है. समय की बचत के लिहाज से लोग इस ट्रेन को प्रेफर करते हैं.