लखनऊ:तमिलनाडु के मदुरई रेलवे जंक्शन में खड़ी पर्यटन ट्रेन के कोच में आग लगने से नौ यात्रियों की मौत हो गई जबकि 20 लोग झुलस गए. अभी घायलों की संख्या और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. घायलों का इलाज चेन्नई के अस्पतालों में चल रहा है. इन्हीं में से एक घायल ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. ईटीवी भारत को फोन पर एक्सक्लूसिव बातचीत में घायल यात्री अशोक प्रजापति ने बताया कि जिस वक्त कोच में आग लगी थी उस वक्त किसी ने कोच में ताला लगा दिया था. चाबी काफी खोजने के बाद भी नहीं मिली. बाद में ताला तोड़कर किसी तरह यात्रियों को निकाला गया. यदि कोच में ताला न लगा होता तो काफी लोगों को बचाया जा सकता था. वहीं, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
घायल अशोक प्रजापति का इस समय चेन्नई के अस्पताल में इलाज चल रहा है. ईटीवी भारत से फोन पर हुई एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने बताया कि जिस वक्त कोच में आग लगने की घटना हुई थी तब कोच में ताला लगा हुआ था और उसकी चाबी खोजने पर मिली ही नहीं. रात में कोच का ताला बंद किसने किया था और किसके पास चाबी थी यह किसी को पता ही नहीं था. चाबी न मिलने के बाद ताला तोड़ा गया. इसके बाद ही यात्री बाहर निकाल पाए. अगर कोच में ताला न लगा होता तो लोगों की जान बच सकती थी.
बताया गया कि ट्रेन के पर्यटक कोच में 72 यात्री सफर कर रहे थे. ये सभी तीर्थ यात्रा पर गए थे. इनमें अशोक प्रजापति के साथ नौ लोगों का एक ग्रुप गया था. सीतापुर के आदर्श नगर निवासी अशोक प्रजापति अपनी पत्नी के साथ इस ट्रेन से सफर कर रहे थे.
ईटीवी भारत को फोन पर अशोक प्रजापति ने बताया कि सुबह के करीब पांच बज रहे थे. ज्यादातर यात्री गहरी नींद में सोए हुए थे. अचानक ट्रेन के टॉयलेट की तरफ से आग लगने की जानकारी मिली. इससे कोच में भगदड़ मच गई. सभी कोच के दरवाजे की तरफ भागे लेकिन दरवाजे में अंदर से ताला पड़ा हुआ था. ताला इसलिए लगाया गया था कि कहीं स्टेशन पर ट्रेन रुके तो बाहरी यात्री बोगी में प्रवेश न करने पाएं. घटना के समय चाबी किसके पास थी यही नहीं पता चला. ताला लगा होने के चलते यात्रियों का आग लगने से कोच में दम घुटने लगा. बमुश्किल किसी तरह काफी देर बाद ताला टूट पाया और लोग बाहर निकले.