नई दिल्ली: कोविड-19 के बदलते रूपों से अवगत होने के कारण, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर एक संसदीय समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से एक सार्वभौमिक कोविड वैक्सीन विकसित करने के लिए पहल करने को कहा है जो कोरोना के सभी वेरियंट पर प्रभावी हो. राज्यसभा सांसद प्रोफेसर राम गोपाल यादव की अध्यक्षता वाली समिति का मानना है कि अब तक खोजे गए सभी प्रकार की टीकों को कोरोना के बदलते वेरियंट के मुताबिक विकसित करने की आवश्यकता है.
समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय को एक सार्वभौमिक कोविड वैक्सीन विकसित करने की पहल करनी चाहिए. एक ऐसा वैक्सीन जो कोरोना के सभी वेरियंट के खिलाफ प्रभावी हो. उन्होंने कहा कि मंत्रालय को आईसीएमआर और देश के अन्य अनुसंधान संस्थानों के बीच अनुसंधान सहयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए. समिति ने 'मिशन कोविड सुरक्षा-द इंडियन कोविड 19 वैक्सीन डेवलपमेंट मिशन' की सराहना की है. इस मिशन को तीसरे प्रोत्साहन पैकेज के हिस्से के रूप में घोषित किया गया था.
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समिति ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और जैव प्रौद्योगिकी विभाग को टीकों के विकास की दिशा में काम करना जारी रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टीके बाजार में मुफ्त उपलब्ध कारये जायें. समिति ने स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के प्रयासों की भी सराहना की है. ये दोनों ही देश में वैक्सीन अनुसंधान और विकास में सबसे आगे रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों विभागों को डेटा पारदर्शिता के साथ-साथ देश में नैदानिक परीक्षण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए.