संसद शीतकालीन सत्र 2023: महिला सांसदों ने गिरिराज सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया
संसद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक राज्य सभा में पेश किए जा सकते है. Fourth Day of Winter Session2023
संसद शीतकालीन सत्र 2023: जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक किए जा सकते हैं पेश
नई दिल्ली:लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही जारी है. संसद केशीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक राज्यसभा में पेश किए जा सकते है. सदन के बाहर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,''इस मामले पर पूरे दिन सदन में चर्चा होनी चाहिए. यह कोई छोटी बात नहीं है. भारत का इतिहास सिर्फ अमित शाह ही नहीं जानते, और भी होंगे, तो देश की जनता को पता चलेगा.
जब 2019 में अनुच्छेद 370 हटाया गया था, तब अमित शाह ने कहा था कि पीओके वापस लाएंगे. पीएम मोदी को सत्ता में आए 10 साल हो गए, अटल बिहारी वाजपेयी 6 साल तक सत्ता में रहे तो, बीजेपी को कौन रोक रहा है?. 2024 चुनाव से पहले पीओके वापस ले लो. पूरे भारत के सारे वोट आपको मिलेंगे.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर की गई टिप्पणी को लेकर टीएमसी की महिला सांसदों ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया और उन्हें कैबिनेट से बाहर करने की मांग की. इस पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, 'ऐसे बेशर्म मंत्री एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसी बातें कह सकते हैं, इसीलिए भारत की यह हालत है. बीजेपी सरकार और भाजपा के सभी मंत्री स्त्रीद्वेषी और पितृसत्तात्मक हैं. और वे महिलाओं को नापसंद करते हैं. उन्हें माफी मांगनी चाहिए लेकिन वह इतने बेशर्म हैं कि वह माफी नहीं मांगेंगे.'
सत्र शुरू होने से पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया. तीन राज्यों में जीत को लेकर उनका अभिनन्दन किया गया. बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और अन्य बड़े नेता शामिल हुए.
भाजपा सांसद अनिल जैन और नीरज शेखर को गृह मामलों पर विभाग से संबंधित संसदीय स्थायी समिति की 249वीं और 250वीं रिपोर्ट (अंग्रेजी और हिंदी में) राज्यसभा में पेश करनी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 को आगे बढ़ाएंगे. जम्मू- कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 राज्यसभा में विचार और पारित होना है.
दोनों विधेयक बुधवार को लोकसभा से पारित हो गए. जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023, जम्मू और कश्मीर आरक्षण अधिनियम, 2004 में संशोधन की मांग करता है, जबकि जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 में संशोधन प्रदान करता है.
सदन में चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू का जिक्र किया. उन्होंने इस संबंध में एक पत्र पढ़ा. पत्र में जम्मू-कश्मीर के नेता शेख अब्दुल्ला का भी जिक्र किया. इसके बाद विपक्ष ने शाह के बयान को लेकर हंगामा किया. अमित शाह ने अपने बयान में पीओके का मुद्दा भी उठाया. वहीं, लोकसभा में तमिलनाडु के डीएमके नेता सेंथिल कुमार के गौमूत्र वाले बयान को लेकर दिनभर हंगामा हुआ. हालांकि, उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी. इसके साथ ही 5 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ'ब्रायन द्वारा उठाए गए देश में आर्थिक स्थिति पर चर्चा राज्यसभा में जारी रहेगी. बता दें कि शीतकालीन सत्र 22 दिसंबर को समाप्त होगा.