नई दिल्ली:संसद का शीतकालीन सत्र 2023 आज से शुरू हो गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. बता दें, चार राज्यों के चुनाव की मतगणना के बाद भारतीय जनता पार्टी को हौसले बुलंद है. वह संसद में विरोधियों को घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ेगी. वहीं, विपक्षी दल मणिपुर तथा जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग जैसे कुछ विषय उठाने का प्रयास कर सकते हैं.
शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी संसद पहुंचे. उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहाकि राजनीतिक गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है. पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों के उत्साहवर्धक परिणाम भी आए हैं. देश के भविष्य को ये परिणाम समर्पित हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं है. युवा, महिला किसान और गरीब ये देश की 4 जातियां हैं. उन्होंने कहा कि देश की जनता ने एक बार फिर नकारात्मकता को नकार दिया है. उन्होंने आगे कहा कि संसद में चर्चा जरूरी है. विपक्ष के लिए संसद सत्र एक मौका लेकर आया है. विपक्ष सकारात्मकता लेकर आए. उन्होंने कहा कि हार का गुस्सा सदन में ना निकालें. विपक्ष चर्चा करे और कमियों को बताए, उसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही में विपक्ष सहयोग करे. विपक्ष की नकारात्मक छवि देश के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि विरोध के लिए विरोध का तरीका छोड़ें.
सत्र की शुरुआत से पहले संसदीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि आज शीतकालीन सत्र का पहला दिन है. अगर विपक्ष किसी बात पर चर्चा चाहता है तो वह नोटिस दे सकता है. लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति जो भी मुद्दे तय करेंगे, सरकार उन सभी पर चर्चा के लिए तैयार है.
इस सत्र के दौरान लोकसभा में उस वक्त हंगामा हो सकता है, जब सदन की आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को 'रिश्वत लेकर सवाल पूछने' के आरोप में निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के नेता संसद के अंदर और चुनावी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा से मुकाबला करने के लिए अपनी रणनीतियों को नए सिरे से तैयार करने के लिए सोमवार सुबह बैठक करेंगे.