नई दिल्ली:संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. इस दौरान विपक्ष की ओर से कई मुद्दे उठाए गए. इस बीच लोकसभा में प्रश्नकाल चला, लेकिन चीन पर चर्चा से इनकार किए जाने के बाद कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से बहिर्गमन किया. अधीर रंजन चौधरी और सोनिया गांधी ने वॉक आउट कर लिया. प्रश्नकाल शुरू होने से पहले विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इस पर स्पीकर ओम बिरला बेहद नाराज हो गए. दोपहर 2.10 के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, जिसमें अतिरिक्त अनुदान मांगों पर चर्चा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब पेश किया. इसके बाद लोकसभा में नियम 377 के अधीन आने वाले मामले उठाए गए. लोकसभा में संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022 को विचार और पारित करने के लिए पेश किया गया. साथ ही बिल पर चर्चा की गई. लेकिन सदन का समय समाप्त होने के कारण कार्यवाही अगले दिन गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
अतिरिक्त अनुदान मांगों पर वित्त मंत्री का जवाब
लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2019-20 के लिए, अतिरिक्त अनुदान मांगों पर की गई चर्चा का जवाब दिया.
तख्ती प्रदर्शित देख नाराज हुए स्पीकर
लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस, द्रमुक सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान कई मुद्दे उठाने का प्रयास किया और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इसकी अनुमति नहीं मिलने पर सदन से वॉकआउट किया. आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और द्रमुक के टी आर बालू को कुछ मुद्दों को उठाने का प्रयास करते देखा गया. हालांकि, शोर-शराबे में उनकी आवाज नहीं सुनी जा सकी. एक सदस्य को 'जस्टिस फॉर स्टेन स्वामी' लिखी तख्ती प्रदर्शित करते देखा गया. इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "प्रश्नकाल सभी सदस्यों का है. क्या विपक्ष प्रश्नकाल नहीं चलने देना चाहता है. प्रश्नकाल में रोज हंगामा करना अच्छी बात नहीं है." उन्होंने कहा कि सरकार से सवाल पूछना और जवाब लेना विपक्ष का अधिकार है. क्या अपने ही अधिकारों से विपक्ष वंचित होना चाहता है?
सदन में कुछ सदस्यों के तख्तियां दिखाने पर बिरला ने कहा कि तख्तियां लाना छोड़ दें, यह ठीक नहीं है. लोकसभा अध्यक्ष ने द्रमुक सदस्य टी आर बालू से कहा कि वह सदस्यों को सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने का पूरा मौका देते हैं. इसके बाद कांग्रेस, द्रमुक, राकांपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस के सदस्यों ने प्रश्नकाल के दौरान सदन से वॉकआउट किया. इनमें से कुछ सदस्य 'नहीं चलेगा, नहीं चलेगा' नारे लगा रहे थे. हालांकि, थोड़ी देर बाद कुछ विपक्षी सदस्य सदन में लौट आए.
जवाहर लाल नेहरू ने 165 MPs को बोलने का मौका दिया था: अधीर रंजन चौधरी
लोकसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद, लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 1962 में जब भारत-चीन के बीच जंग हुई थी, तो जवाहर लाल नेहरू ने सदन में बैठते हुए, 165 एमपी को बोलने का मौका दिया था और ये निर्णय लिया गया था कि आगे क्या करना चाहिए. लेकिन यहां चर्चा नहीं की जा रही है. इसपर लोकसभा स्पीकर ने कहा कि इसपर बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में निर्णय लिया जाएगा.
हर यात्री को आज भी करीब 55 प्रतिशत कन्सेशन दिया जा रहा है : रेल मंत्री
वृद्ध जनों को रेलवे कन्सेशन न दिए जाने के सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हर यात्री को आज भी करीब 55 प्रतिशत कन्सेशन दिया जा रहा है. अगर एक यात्री को ले जाने के लिए रेलवे की कॉस्ट 1.16 रुपये, तो रेलवे उनसे केवल 40-48 पैसे ही चार्ज करता है. पिछले साल केवल यात्री सेवा पर कुल सब्सिडी करीब 59 हजार करोड़ दी गई थी. इसके अलावा भी यात्रियों के लिए नई तरह की सुविधाएं और नई तरह की ट्रेन आ रही हैं.
भारत गौरव यात्रा योजना पर बोले रेल मंत्री
लोकसभा में रामलला के दर्शन को लेकर पुछे गए सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत की संस्कृति का अनुभव करने के लिए, भारत गौरव यात्रा योजना चलाई गई है. इसमें सबसे पहली ट्रेन रामायण एक्सप्रेस थी. यात्रियों का इस ट्रेन का अनुभव बहुत अच्छा है. उनके फीडबैक के आधार पर कई सारे नए सर्किट की कल्पना की जा रही है. इसपर काम पहले से चल रहा है.
बीएसएनएल को रिवाइव करने के लिए सरकार ने दिये 1,64000 करोड़
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सरकार ने बीएसएनएल को फिर से खड़ा करने के लिए 1,64000 करोड़ का पैकेज दिया है. यह प्रोजेक्ट बीएसएनएल को पूरी तरह से बदल देगा. हमारे ही इंजीनियर यहीं 4जी और 5जी टेक्नोलॉजी लेकर आएंगे. ये हमारे लिए गर्व की बात होगी.