नई दिल्ली : लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक सांसद ने अभिनेता शाहरूख खान की आने वाली फिल्म 'पठान' को लेकर उठे विवाद का मुद्दा उठाते हुए सोमवार को लोकसभा में कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करे कि सेंसर बोर्ड से मंजूर फिल्मों को लेकर किसी तरह की धमकी नहीं दी जाए. शून्यकाल के दौरान कुंवर दानिश अली ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि रविवार रात फीफा विश्वकप में हमारे देश की एक अभिनेत्री ने ट्रॉफी का अनावरण किया और देश का मान बढ़ाया.
उन्होंने कहा, "लेकिन आज देश में रंग को भी धर्म के आधार पर बांटा जा रहा है. रंग के आधार पर फिल्मों को प्रतिबंधित करने की मांग करने की प्रथा शुरू हो गई है." भारतीय जनता पार्टी पर परोक्षा निशाना साधते हुए बसपा सांसद ने कहा कि इस देश में अनेक कलाकारों ने अपने काम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रतिष्ठा बढ़ायी है, लेकिन सत्ता पक्ष के लोग ही रंग के आधार पर फिल्मों पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि ऐसे में सेंसर बोर्ड की क्या जरूरत है?
दानिश अली ने कहा कि सनातन धर्म इतना कमजोर नहीं है कि कोई कलाकार किसी एक रंग का कपड़ा पहनकर काम करता है और धर्म संकट में आ जाए अथवा इस्लाम धर्म इतना कमजोर नहीं है कि किसी एक दृश्य से वह खतरे में आ जाए. उन्होंने कहा कि इस सदन में कई ऐसे सदस्य है जिन्होंने भगवा रंग के साथ कला का प्रदर्शन किया और उसके आधार पर यहां आए. बसपा सांसद ने अभिनेता शाहरूख खान की फिल्म 'पठान' एवं इसमें अभिनेत्री दीपिका पादुकोण पर फिल्माये गए एक गीत को लेकर उठे विवाद का परोक्ष संदर्भ देते हुए कहा कि वह सरकार से मांग करते हैं कि जिस फिल्म को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल गई हो, उसे किसी तरह की धमकी नहीं दी जाए, यह सुनिश्चित किया जाए.
शून्यकाल के दौरान भाजपा के अरूण साव ने छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य ठीक ढंग से नहीं चलाये जाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस नीत सरकार के असहयोग के कारण 11 लाख गरीबों को आवास नहीं मिल पा रहा है जो उनके साथ अन्याय है. साव ने कहा कि वह मांग करते हैं कि प्रदेश सरकार इस दिशा में ठोस पहल करे जिससे गरीबों को आवास मिल सके. भाजपा के ही तपन कुमार गोगोई ने अपने क्षेत्र में एक जवाहर नवोदय विद्यालय एवं एक केंद्रीय विद्यालय खोलने की मांग की.