लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने केंद्र सरकार के साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं पर भी हमला बोला है. पार्टी मुख्यालय लखनऊ पर गुरुवार को दिए गए बयान में बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि संसद के वर्तमान सत्र के दौरान दोनों सदनों के रिकार्ड संख्या में लगभग डेढ़ सौ विपक्षी सांसदों का निलंबन होना, सरकार व विपक्ष के लिए भी कोई अच्छा कीर्तिमान नहीं है. इसके लिए कसूरवार कोई भी हो. संसदीय इतिहास के लिए यह घटना अति दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है. वह लोगों के विश्वास को आघात पहुंचाने वाला है.
सुरक्षा में सेंध अच्छी बात नहीं :बसपा सुप्रीमोने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि अभी हाल ही में संसद की सुरक्षा में जो सेंध लगाई गई है. यह भी कोई अच्छी बात नहीं है. यह अति गंभीर व चिंतनीय विषय है. इस मामले में सभी को मिलकर संसद की सुरक्षा की तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने से काम नहीं चलेगा. बल्कि इस मामले को सभी को गंभीरता से लेना चाहिए. इसके जो भी दोषी व षड्यंत्रकारी हैं उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी होना जरूरी है. खुफिया विभाग को भी अब काफी सतर्क रहने की जरूरत है. जिससे आगे कभी भी ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए. विपक्ष के गठबंधन में बीएसपी सहित अन्य जो भी पार्टियां शामिल नहीं हैं उनके बारे में किसी को भी बेफिजूल कोई भी टीका टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है, यह उचित नहीं है. इससे इनको बचना चाहिए. यह मेरी उनको सलाह है, क्योंकि भविष्य में देश में जनहित में कब किसको किसी की भी जरूरत पड़ जाए यह कुछ भी कहा नहीं जा सकता है. ऐसे लोगों को और पार्टियों को भी काफी शर्मिंदगी उठानी पड़े, यह ठीक नहीं है. इस मामले में खासकर समाजवादी पार्टी जीता जागता उदाहरण भी है.