नई दिल्ली :संसद में सप्ताह की शुरुआत राज्यसभा में हंगामे के साथ हुई. मणिपुर मुद्दे को लेकर राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी. इस बीच,केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने सोमवार को सभापति जगदीप धनखड़ से आज दोपहर दो बजे के बाद मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है. लेकिन विपक्ष ऐसा नहीं चाहती है. इस वजह से पहले ही सदन के नौ महत्वपूर्ण दिन खराब हो चुके हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष की दाढ़ी में कुछ तो काला है जो यह सामने नहीं आने देना चाहते. चर्चा से विपक्ष भाग रहे हैं.
गोयल ने नियम 267 के तहत चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों के विरोध के बीच यह टिप्पणी की, जिसमें मतदान भी शामिल है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही नियम 176 के तहत चर्चा कराने की इच्छा जता चुकी है. गोयल ने विपक्ष पर बहस से भागने का आरोप लगाया और कहा कि वे पिछले नौ दिनों से व्यवधान पैदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि आज दोपहर दो बजे संसद में मणिपुर पर चर्चा हो. वे (विपक्ष) सदस्यों को दी गई स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है. लेकिन वे (विपक्ष) पहले ही सदन के 9 महत्वपूर्ण दिन खराब कर चुके हैं."
राज्यसभा के सभापति ने इस विषय पर कहा कि राज्यसभा के बाकी सभी कार्यों को निलंबित करना एक दुर्लभ बात है. 20 जुलाई को मणिपुर चर्चा पर चर्चा का मुद्दा सदन में उठाया गया था इसके लिए व्यवस्था देते हुए नियम 176 के तहत चर्चा की मांग स्वीकृत कर ली गई है. सभापति ने सदन में कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, जिस मुद्दे पर पहले ही व्यवस्था दी जा चुकी है उस मुद्दे को रोज-रोज उठा रहे हैं.