नई दिल्ली : लोक सभा में बुधवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने पेट्रोल, डीजल और घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में वृद्धि एवं बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के करीब 40 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. बुधवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश की आजादी के संग्राम में महान सेनानी भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेख के बलिदान को याद किया और सदन ने कुछ पल मौन रखकर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की.
इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया, वैसे ही कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य ईंधन की कीमतों में वृद्धि एवं महंगाई का मुद्दा उठाते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. विपक्षी सदस्यों ने अपने हाथों में तख्तियां ली हुई थीं जिन पर ईंधन की कीमतों में वृद्धि एवं महंगाई का मुद्दा उठाया गया था. लोक सभा अध्यक्ष ने हालांकि शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल चलाया. इस दौरान सदस्यों ने इस्पात, रेल, कपड़ा, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से जुड़े पूरक प्रश्न पूछे और संबंधित मंत्रियों ने इनके जवाब भी दिये.
इस बीच, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि 'इन्हें (विपक्षी सदस्यों को) जनता ने इनका उचित स्थान दिखा दिया है. प्रश्नकाल में जनता से जुड़े मुद्दे उठाये जाते हैं और इसलिये शांति बनाये रखना चाहिए.' शोर-शराबे के कारण नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी जम्मू कश्मीर में हथकरघा उद्योग को लेकर कपड़ा मंत्रालय से संबंधित पूरक प्रश्न पूरा नहीं पूछ सके. इस पर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस एवं उनके मित्र दलों को जम्मू कश्मीर की कोई चिंता नहीं है.
इस बीच, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से शांत रहने एवं अपने स्थान पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि आज 'शहीद दिवस' है और उनका आग्रह है कि सदस्य अपना दायित्व निभाएं और देशहित में काम करें. उन्होंने कहा कि प्रश्नकाल एक महत्वपूर्ण समय होता है, अपनी सीट पर जाकर बैठें, सभी को मौका दिया जायेगा.