नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का चौथा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया. दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. बता दें, गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा होने लगा. वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लंदन में दिये गये लोकतंत्र संबंधी बयान पर भाजपा का हंगामा जारी रहा. भाजपा की मांग है कि राहुल गांधी अपने बयान के लिए माफी मांगे. वहीं, कांग्रेस भी अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच के लिए जेपीसी बनाने की मांग पर अड़ी रही और हंगामा करती रही. इस बीच राहुल गांधी गुरुवार को संसद पहुंचे. लंदन के इस भाषण के लिए बिना शर्त माफी मांगने की बीजेपी की मांग के सवाल पर उन्होंने मौन साधे रखा.
हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने बजट सत्र के दूसरे चरण के चौथे दिन लोकसभा की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले फिर विपक्षी दलों की बैठक हुई. यह बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में हुई. इस दौरान सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई. सूत्रों की माने तो भाजपा आज संसद में हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकती है. खास तौर से उन सांसदों के खिलाफ जो सदन के अंदर प्लेकार्ड लेकर आ रहे हैं.
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कांग्रेस अडाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच के लिए जेपीसी के बिना लोकसभा में किसी भी कार्रवाई के चलने देने के लिए राजी नहीं है. गुरुवार को कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने 'संविधान के अनुच्छेद 105 के तहत सांसदों को दी गई अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के सार और भावना' पर चर्चा करने के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा गुरुवार को कहा कि आए दिन सत्तापक्ष के नेता संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं और इसका आरोप विपक्ष पर मढ़ देते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर एक साजिश के तहत वे राहुल गांधी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. अगर मोदी सरकार में हिम्मत है तो राहुल गांधी के भाषण पर संसद में बहस की इजाजत दे. हम साबित करेंगे कि कौन देश के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी नहीं, मोदी सरकार देश के खिलाफ काम कर रही है. वहीं कई विपक्षी दल संसद में सरकार पर एजेंसियों के गैर इस्तेमाल का आरोप लगा रहे है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इनमें आम आदमी पार्टी, बीआरएस और शिवसेना प्रमुख है. गुरुवार को इनका भी अपने रुख पर कायम रहने की उम्मीद है.
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