सुनिए पीएम मोदी ने क्या कहा नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र 2023 में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर हुई चर्चा का जवाब दिया. राज्यसभा में PM ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सदन में कुछ लोगों का व्यवहार और उनकी वाणी न सिर्फ सदन को बल्कि पूरे देश के लिए निराश करने वाली है.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सदन राज्यों का सदन है. बीते दशकों में अनेक बुद्धिजीवियों ने सदन से देश को दिशा दी. सदन में ऐसे लोग भी बैठे हैं जिन्होंने अपने जीवन में कई सिद्धियां प्राप्त की हैं. सदन में होने वाली बातों को देश गंभीरता से सुनता और उस पर विचार भी करता है.
पीएम जब जवाब दे रहे थे, तो विपक्ष का हंगामा लगातार जारी था. इस हंगामे के जबाब में पीएम मोदी ने कहा कि 'कीचड़ उनके पास था, मेरे पास था गुलाल, जो जिसके पास था, उसने दिया उछाल.' उन्होंने कहा कि जितना कीचड़ उछालोगे उतना कमल खिलेगा. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस ने छह दशक बर्बाद कर दिये.
इसे देखकर उनकी (मल्लिकार्जुन खड़गे) पीड़ा मैं समझ सकता हूं. आप दलित की बात करते हैं यह भी देखें कि उसी जगह दलित को चुनाव में जीत भी मिली. अब आपको जनता ही नकार दे रही है तो आप उसका रोना यहां रो रहे हैं.
पीएम ने कहा कि 'कल खड़गे जी शिकायत कर रहे थे कि मोदी जी बार-बार मेरे चुनावी क्षेत्र में आते हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं मैं आता हूं वह तो आपने देखा लेकिन आप यह भी देखें कि वहां 1 करोड़ 70 लाख जनधन बैंक अकाउंट खुले हैं. सिर्फ कलबुर्गी में ही 8 लाख से ज़्यादा जनधन खाते खुले हैं.'
पीएम ने कहा कि कोई भी जब सरकार में आता है वह देश के लिए कुछ वादा करके आता है, लेकिन सिर्फ भावनाएं व्यक्त करने से बात नहीं बनती हैं. विकास की गति क्या है, विकास की नींव, दिशा, प्रयास और परिणाम क्या है यह बहुत माएने रखता है.
'25 करोड़ से ज्यादा परिवारों के मिले गैस कनेक्शन' :प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी प्राथमिकता हमारे देश के नागरिक हैं, इसलिए हमने 25 करोड़ से ज़्यादा परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाया. हम मूलढांचा को बना रहे हैं. उसके लिए पैसे खर्च कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि 18,000 से ज्यादा गांव ऐसे थे जहां बिजली नहीं पहुंची थी. हमने वहां पर समयसीमा के भीतर बिजली पहुंचाई.
पीएम ने कहा कि 'हमने सैचुरेशन का रास्ता चुना अर्थात शत प्रतिशत लाभार्थी को लाभ पहुंचे. सरकार इस राह पर काम कर रही है. सैचुरेशन का मतलब होता है- भेदभाव की सारी गुंजाइश खत्म करना. यह तुष्टीकरण की आशंकाओं को खत्म कर देता है.'
'साजिशों से बाज़ नहीं आ रहे' :पीएम ने कहा कि कांग्रेस को बार-बार देश नकार रही है लेकिन कांग्रेस और उसके साथी अपनी साजिशों से बाज नहीं आ रहे हैं. लेकिन जनता इसे देख रही है और उनको हर मौके पर सज़ा भी दे रही है.
'आदिवासियों को सीधा लाभ मिला' : मोदी ने कहा कि 110 ऐसे आकांक्षी जिले जहां बहुल संख्या आदिवासी की है उन्हें योजनाओं का सीधा लाभ मिला है. यहां के शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया. बजट में शेड्यूल ट्राइब कंपोनेंट फंड के तहत 2014 के पहले की तुलना में 5 गुना अधिक वृद्धि हुई है.
मोदी ने कहा कि, अगर कांग्रेस ने आदिवासियों के कल्याण के प्रति समर्पण भाव से काम किया होता तो हमको इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती. यह अटल जी की ही सरकार थी जिसमें पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना था.
उन्होंने कहा कि हमने आदिवासी बच्चों के लिए 500 नए एकलव्य स्कूल स्वीकृत किए हैं. 2014 से पहले आदिवासी परिवारों को 14 लाख जमीन के पट्टे दिए गए थे, जबकि हमने बीते कुछ वर्षों में ही 7 लाख से अधिक पट्टे दिए हैं.
बेटियों के लिए खोले सेना के रास्ते :मोदी ने कहा कि हमने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम चलाया, जिससे लिंगानुपात बेहतर हुआ. हमने यह सुनिश्चित किया कि स्कूल में शौचालय के अभाव में लड़कियां स्कूल न छोड़ें. ताकि वह अपनी शिक्षा जारी रख सके, हम सुकन्या समृद्धि योजना लाए. मोदी ने कहा कि हमने बेटियों की रक्षा का काम किया है. हमने बेटियों के लिए सेना के भी दरवाजे खोल दिए हैं.
'कृषि की सच्ची ताकत छोटे किसान' :पीएम ने कहा कि इस देश में कृषि की सच्ची ताकत छोटे किसानों में है, लेकिन ये किसान उपेक्षित थे... इनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था, हमारी सरकार ने छोटे किसानों पर ध्यान केंद्रित किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि इनकी राजनीति, अर्थ नीति और समाज नीति वोटबैंक के आधार पर ही चलती थी, लेकिन हमने रेहड़ी-ठेले पटरी वालों की चिंता की.
मोदी ने कहा कि PM- स्वनिधि और PM- विकास योजना के जरिए हमने समाज के एक बड़े वर्ग का सामर्थ्य बढ़ाने का काम किया है. मोदी ने कहा कि इस बजट सत्र के लिए यह गर्व की बात है कि इसका प्रारंभ महिला राष्ट्रपति द्वारा होता है और विधिवत प्रारंभ महिला वित्त मंत्री द्वारा होता है. देश में ऐसा संयोग कभी नहीं आया और हमारा प्रयास रहेगा कि ऐसे सुअवसर आगे भी देखने को मिलें.
मोदी ने कहा कि बच्चे में वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने के लिए हमने अटल टिंकरिंग लैब की शुरुआत की. इसके अलावा, हम अटल इन्क्यूबेशन सेंटर लाए. हमने अंतरिक्ष क्षेत्र में निजी उद्योग के लिए रास्ते खोले. हमारे युवाओं में आज निजी उपग्रहों को लॉन्च करने की ताकत है.
'इंदिरा ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया' :मोदी ने कहा कि इतिहास उठा कर देख लिजिए कि वे कौन सी पार्टी थी जिन्होंने आर्टिकल 356 का सबसे ज्यादा दुरुपयोग किया. 90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया, उनका नाम है श्रीमती इंदिरा गांधी.
पीएम ने कहा कि यह सदियों पुराना देश... जन-जन की पीढ़ियों की परंपरा से बना हुआ देश है, यह देश किसी परिवार की जागीर नहीं है. अख़बारों में मैंने पढ़ा था कि 600 के करीब योजनाएं गांधी-नेहरू के नाम से हैं.
नेहरू सरनेम रखने से डरते क्यों है? :मुझे यह समझ नहीं आता कि उनकी पीढ़ी का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने से डरता क्यों है? क्या शर्मंदगी है? इतनी बड़ी व्यक्ति है तो शर्मिंदगी क्या है? और आप हमारा हिसाब मांगते हो.
गौरतलब है कि बुधवार को विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अडाणी मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने की मांग को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था.
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