पटना :पटना जीपीओ में धमाका से अफरा-तफरी मच गई. यह घटना मंगलवार देर शाम की है. बताया जा रहा है कि जब बाहर से आए पार्सलों की डिस्ट्रिब्यूशन के लिए छंटाई हो रही थी. तभी अचानक से धमाका हो गया. इसके बाद जीपीओ में अफरा-तफरी मच गई. लोगों की कुछ समझ में नहीं आया कि आखिर माजरा क्या है. वैसे इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ है.
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मध्यप्रदेश से आया था पार्सल :धमाके के वक्त जीपीओ में मौजूद डाककर्मियों का कहना है कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक पार्सल आया था. धमाका उसी में हुआ. यह पार्सल आरएमएस होते हुए पटना जीपीओ तक आया था. पार्सल में एक बोतल में सल्फ्यूरिक एसिड भरी हुई थी. इसी बोतल में ब्लास्ट हुआ है. ब्लास्ट के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच में जुट गई.
कर्मियों को नहीं थी पार्सल में एसिड होने की जानकारी : मिली जानकारी के अनुसार डाक कर्मियों को यह पता नहीं था कि पार्सल में सल्फ्यूरिक एसिड है. अगर उस पर यह जानकारी लिखी होती, तो डिस्ट्रिब्यूशन के लिए पार्सल अलग करने के दौरान सावधानी बरती जाती. बताया जा रहा है कि सल्फ्यूरिक एसिड से भरी बोतल में गैस भर जाने के कारण ब्लास्ट हुआ है. डाककर्मियों के अनुसार एसिड को डाक बंगला चौऱाहा स्थित लोकनायक जयप्रकाश भवन के छटे तले पर ग्राउंडवाटर बोर्ड के दफ्तर पहुंचाना था.
सरकारी काम के लिए मंगाई गई थी एसिड : पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राउंडवाटर बोर्ड के अधिकारी आलोक कुमार ने एसिड मंगवाया था. किसी जांच के काम में इसका इस्तेमाल होना था. वहीं सिटी एसपी ने कहा कि यह कोई ब्लास्ट नहीं था, बस हल्का गैस निकला था. सरकारी काम के लिए सल्फ्यूरिक एसिड मंगाई गई थी. बता दें कि ऐसी घटना पूर्व में भी दरभंगा-सिकंदराबाद एक्स्प्रेस ट्रेन में हो चुकी है. जब एक पार्सल ब्लास्ट हुआ था.
"सरकारी काम के लिए सल्फ्यूरिक एसिड जैम पोर्टल से मंगाया गया था. इसे ब्लास्ट नहीं कहेंगे, दरअसल, एसिड भरे बोतल में लिक होने से थोड़ा धुआं निकला था. इससे किसी भी तरह की क्षति नहीं हुई है".- वैभव शर्मा, सिटी एसपी