सुपौल: पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पप्पू यादव को पहले हिरासत में लिया, फिर 32 साल पुराने एक केस में गिरफ्तार कर लिया. जाप प्रमुख पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में वीरपुर जेल भेज दिया है.
वीरपुर जेल में पप्पू यादव भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इस बीच उन्होंने ट्वीट किया - 'वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं. न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है. कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया,एम्बुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है. मेरी लड़ाई जारी है!'
एक और ट्विट में जाप प्रमुख ने लिखा, 'मैं जेल में हूं, पर जिंदगी बचाने और सेवा करने की राजनीति जारी रहनी चाहिए. रानीगंज विशनपुर की बेटी सोनी जो मां-पिता को खो अनाथ हो गई, उन्हें अपनी मां को मजबूरन दफनाना पड़ा, उनकी भरपूर मदद करें, वहीं बहन जिनके अस्मत पर डॉ. अखिलेश ने हाथ डाला,उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ें!'
14 दिनों के रिमांड पर पप्पू यादव
बता दें कि मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में साल 1989 में दर्ज अपहरण मामले में मंगलवार को पुलिस ने जाप प्रमुख पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था. मधेपुरा पहुंचने पर रात में पेशी हुई. पेशी के बाद पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.