जम्मू : विस्थापित कश्मीरी पंडितों के संगठन पनुन कश्मीर ने जम्मू कश्मीर में 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन कराये जाने का रविवार को विरोध किया.
संगठन के अध्यक्ष अजय च्रुंगू ने दावा किया कि अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधान निरस्त किये जाने और इसे विभाजित कर दो केंद्र शासित प्रदेश बनाने से जो सामाजिक और राजनीतिक लाभ मिला था, वह 2011 के आंकड़ों पर आधारित सीमांकन से व्यर्थ हो जाएगा.