चेन्नई: अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के शीर्ष नेता ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) सोमवार को पहली बार एक जांच समिति के सामने पेश हुए और दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत से संबंधित परिस्थितियों की जांच की अपनी मांग का परोक्ष रूप से बचाव(Panneerselvam defends his demand) किया. उनकी मृत्यु के संबंध में परिस्थितियों की जांच करने लिए पिछली अन्नाद्रमुक सरकार द्वारा सितंबर 2017 में गठित न्यायमूर्ति ए अरुमुघस्वामी जांच आयोग ने इस मुद्दे पर वर्षों पहले उनके मीडिया साक्षात्कार से संबंधित एक प्रश्न रखा था.
लगभग तीन घंटे तक चली कार्यवाही में कुल मिलाकर 78 प्रश्न पूछे गए. इसके अलावा, जिस भवन में समिति का कार्यालय है, वहां कुछ समय के लिए बिजली गुल हो गई जिससे कार्यवाही 22 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई. जयललिता को दिए जाने वाले चिकित्सा उपचार की प्रकृति सहित कई सवालों के जवाब में पन्नीरसेल्वम ने, 'मैं नहीं जानता' कहा.