पानीपत: जब-जब देश और दुनिया में खेल और खिलाड़ियों की बात की जाती है तो हरियाणा का नाम जरूर लिया जाता है. हरियाणा ने ये नाम ऐसे ही नहीं कमाया. कुछ ऐसे किस्से और कहानियां हैं जिन्होंने हरियाणा को इस मुकाम तक पहुंचाया है. हरियाणा में कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जिन्हें सुनकर आप भी कहेंगे वाह क्या बात है. ऐसी कई प्रतिभाओं से हम आपको मिलवा चुके हैं. वहीं इस बार हम आपको मिलवा रहे हैं एक ऐसे बॉक्सर भाई बहन से जिन्होंने नेशनल ही नहीं बल्कि इंटरनेशनल लेवल की प्रतियोगिता में देश का नाम रोशन किया है.
पानीपत के रहने वाले बॉक्सर भाई बहन, मिलन देशवाल (17) और याक्षिका देशवाल (15) के बॉक्सर बनने का किस्सा भी बड़ा रोचक है. दरअसल मिलन देशवाल आज से 7 साल पहले एकदम दुबला पतला और टांगों से कमजोर हुआ करता था. ज्यादा दूरी तय करने में भी उसे टांगों के चलते बड़ी परेशानी हुआ करती थी. पिता को मिलन के भविष्य को लेकर काफी चिंता सताने लगी. पिता पवन ने फैसला किया कि अगर मिलन की शारीरिक कमजोरी को दूर नहीं किया गया तो आने वाला भविष्य खराब होगा. फिर वे मिलन को लेकर हर रोज ग्राउंड जाने लगे.
मिलन ने बताया कि बच्चों को दौड़ता भागता देख उसके दिल में भी कुछ करने का जज्बा पैदा हुआ. फिर वो भी प्रैक्टिस करने लगा. इसके बाद पिता पवन ने उसे बॉक्सिंग कोच सुनील के पास बॉक्सिंग सीखने के लिए भेज दिया. शरीर का दुबलापन देखकर कोच को भी एक बार ऐसा लगा कि ये कर पाएगा या नहीं. सुनील उसे हर दिन प्रैक्टिस करवाने लगा तो धीरे-धीरे मिलन की टांगों की कमजोरी दूर होती चली गई और वह अच्छे बॉक्सिंग के गुर सीखता चला गया और एक अच्छा बॉक्सर बनके उभरने लगा.