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Panama Papers leak Case: ऐश्वर्या राय बच्चन से ED ने पांच घंटे तक पूछताछ की

बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के समक्ष पेश हुईं. दिल्ली ईडी दफ्तर में उनसे पांच घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई. इससे पहले ईडी ने पनामा पेपर्स लीक मामले (Panama Papers case) में अभिनेत्री को समन जारी किया था.

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Published : Dec 20, 2021, 11:05 AM IST

Updated : Dec 20, 2021, 7:54 PM IST

ऐश्वर्या राय बच्चन
ऐश्वर्या राय बच्चन

दिल्ली : पनामा पेपर्स लीक मामले (Panama Papers case) में बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन (Aishwarya Rai Bachchan) सोमवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश हुईं. ईडी के अधिकारियों ने उनसे कई घंटे तक पूछताछ की. पांच घंटे की पूछताछ के बाद एश्वर्या राय ईडी के दफ्तर से बाहर निकलीं और फिर वहां से रवाना हो गईं.

ऐश्वर्या राय बच्चन को पहले भी दो बार समन जारी किया गया था. लेकिन वह उपस्थित नहीं हुईं थीं. पनामा मामले की जांच एसआईटी कर रही है. इस टीम में इनकम टैक्स, सीबीडीटी, आरबीआई, ईडी और अन्य एजेंसियां शामिल हैं.

बता दें कि पनामा पेपर्स लीक में देश-विदेश के कई ऐसे राजनेताओं और अभिनेताओं के नामों का खुलासा हुआ था, जिन पर विदेश में अकाउंट होने के आरोप हैं. अमिताभ बच्चन का नाम भी इस लिस्ट में है, जिन पर कम से कम चार शिपिंग कंपनियों में निदेशक होने के आरोप लगाए गए हैं.

बच्चन परिवार के अलावा अभिनेता अजय देवगन का नाम भी उन लोगों में शामिल है, जिन्हें ईडी नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है.

मामला वर्ष 2016 में वाशिंगटन स्थित 'इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स' (आईसीआईजे) द्वारा पनामा की कानूनी फर्म मोसैक फोंसेका के रिकॉर्ड की जांच से जुड़ा है, जिसे 'पनामा पेपर्स' नाम से जाना जाता है. इसमें विश्व के कई नेताओं और मशहूर हस्तियों के नाम सामने आए थे, जिन्होंने कथित तौर पर देश से बाहर की कंपनियों में विदेशों में पैसा जमा किया था. इनमें से कुछ के बारे में कहा गया है कि उनके पास वैध विदेशी खाते हैं. इस खुलासे में कर चोरी के मामलों को सामने लाया गया था.

इस प्रकरण में भारत से संबंधित कुल 426 मामले थे. ईडी 2016-17 से बच्चन परिवार से जुड़े मामले की जांच कर रहा है.

इसने बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर उन्हें 2004 से भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत और फेमा के तहत विनियमित अपने विदेशी प्रेषण की व्याख्या करने को कहा था. बच्चन परिवार ने उस समय एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे थे.

सूत्रों ने कहा कि परिवार से जुड़ी कथित अनियमितताओं के कुछ अन्य मामले भी संघीय जांच एजेंसी की जांच के दायरे में हैं.

अमिताभ बच्चन के अभिनेता बेटे अभिषेक की पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के बारे में आईसीआईजे ने कहा था कि अभिनेत्री ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआई) में 2005 में बनी एक विदेशी कंपनी से जुड़ी हैं.

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अभिनेत्री के परिवार को भी इस विदेशी कंपनी का हिस्सा बताया गया था, जिसकी 50,000 डॉलर की प्रारंभिक अधिकृत पूंजी थी. कंपनी कथित तौर पर 2008 में भंग कर दी गई थी. सूत्रों ने कहा कि अभिषेक बच्चन से भी पूर्व में प्रकरण से जुड़े एक अन्य मामले में ईडी द्वारा पूछताछ की जा चुकी है.

सरकार ने पनामा पेपर्स और इसी तरह के वैश्विक कर लीक मामलों की जांच की निगरानी के लिए केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष के अधीन केंद्रीय जांच एजेंसियों का एक बहु-एजेंसी समूह (एमएजी) बनाया था, जिसमें ईडी, भारतीय रिजर्व बैंक और वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) के अधिकारी भी शामिल हैं.

इसने हाल ही में कहा था कि एक अक्टूबर, 2021 तक पनामा और पैराडाइज पेपर लीक में मामले में भारत से जुड़ी 930 हस्तियों/संस्थाओं के संबंध में "कुल 20,353 करोड़ रुपये के अघोषित क्रेडिट" का पता चला है.

Last Updated : Dec 20, 2021, 7:54 PM IST

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