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HNLU दीक्षांत समारोह: पल्लवी मिश्रा बनीं HNLU टॉपर, मिले 11 गोल्ड मेडल - हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह

हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में पल्लवी मिश्रा को 11 गोल्ड मेडल मिले हैं. ईटीवी भारत ने पल्लवी मिश्रा से बात कर जानना चाहा कि उन्होंने ये सफलता कैसे अर्जित की है. जानिए पल्लवी मिश्रा ने क्या कहा ?

fifth convocation of Hidayatullah National Law University
पल्लवी मिश्रा बनीं HNLU टॉपर

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Published : Jul 31, 2022, 4:51 PM IST

रायपुर:हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में 2021 बैच की टॉपर पल्लवी मिश्रा को 11 गोल्ड मिले (fifth convocation of Hidayatullah National Law University ) हैं. पल्लवी को 7 सीजीपीए में से 6.2 सीजीपीए हासिल हुआ है. बीएम एलएलबी के 10 सेमेस्टर में पल्लवी ने 6 सेमेस्टर में टॉप किया. इस विषय में ईटीवी भारत ने पल्लवी से खास बातचीत की.

पल्लवी मिश्रा बनीं HNLU टॉपर

सवाल: आपको 11 गोल्ड मेडल मिला है, कैसा महसूस कर रही हैं?

जवाब: मैं यूनिवर्सिटी की आभारी हूं. मेरे माता-पिता, भाई, शिक्षकों सहित मैं सबकी बहुत आभारी हूं. मैं बहुत खुश हूं कि सभी का सपोर्ट मिल रहा है. यह सभी के मेहनत का नतीजा है.

सवाल: आपको यह 11 गोल्ड मेडल किस लिए मिला है?

जवाब: मुझे 11 गोल्ड मेडल अलग-अलग चीजों के लिए मिला है. फर्स्ट रैंक होल्डर, हाई सीजीपीए, अलग-अलग सब्जेक्ट जिनमें सीआरपीसी, क्रिमिनल लॉ जैसे सब्जेक्ट मिलाकर मुझे 11 गोल्ड मेडल मिले हैं.

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सवाल: भविष्य में आप क्या करना चाहती हैं?

जवाब: मैं दिल्ली में वकालत शुरू करुंगी. क्योंकि इसका दायरा काफी फैला हुआ है. क्रिमिनल, कॉर्पोरेट, सोसायटी लिटिगेशन शुरू करुंगी.

सवाल: देश की अदालतों में बहुत सारे केस लंबे समय से पेंडिंग है, उसे लेकर आप क्या सोचती हैं?

जवाब: हमारे देश का लॉ काफी अच्छा है और उनके इम्प्लीमेंट्स और इंफोर्समेंट में समस्याएं आती है. मुझे लगता है लोगों को लीगल राइट जानने की जरूरत है. कई बार कुछ मामले छोटे होते हैं, लेकिन उन्हें बड़ा भी कर दिया जाता है.

सवाल: आपने कैम्ब्रिज से किस सब्जेक्ट में पढ़ाई की है ?

जवाब: मैंने कैम्ब्रिज से मास्टर ऑफ कॉर्पोरेट लॉ की पढ़ाई की है. मेरा एक साल का कोर्स था, कुछ दिन पहले ही मेरा कोर्स खत्म हुआ. मैं वहां से बहुत कुछ सीख कर आई हूं. अपने देश के लिए मैं और क्या कर सकती हूं, यह सारी चीजें सीखकर आई हूं. कैम्ब्रिज में पढ़ाई का बहुत अच्छा एक्सपीरियंस रहा.

सवाल:आप विदेश में पढ़ाई करने के लिए गई थीं. क्या आपको वहां के कंपनी से किस तरह का ऑफर आया है ?

जवाब: यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान 8 सेमेस्टर में ही मेरा कैंपस सिलेक्शन हो गया था. जिसमें मुझे 18 लाख रुपए का पैकेज मिला था. लेकिन कैंब्रिज में सेलेक्शन होने के बाद मैंने वहां से मास्टर्स की पढ़ाई करना ही बेहतर समझा. कैंब्रिज में अच्छे परफॉर्मेंस के चलते मुझे वहां दो गोल्ड मेडल मिले हैं. इसके अलावा लंदन की एक कंपनी की ओर से मुझे 1 करोड़ रुपए का पैकेज ऑफर किया गया था, लेकिन मैं अपने देश में ही रह कर काम करना चाहती हूं. इसलिए मैंने उस ऑफर को नहीं लिया. अब मैं दिल्ली में लिटिगेशन की शुरुआत करूंगी और दिल्ली में ही काम करूंगी.

सवाल: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के हाथों आपको मेडल मिला है? आपको सीजेआई जी ने क्या कहा ?

जवाब: स्टेज में जाने के लिए मैं बहुत ज्यादा नर्वस थी. CJI सर ने काफी अच्छे से बातचीत की. उन्होंने मुझसे पूछा कि अभी मैं क्या कर रही हैं.आगे का क्या प्लान है. मैं बहुत आभारी हूं कि मुझे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के हाथों से अवॉर्ड मिला.

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