नई दिल्ली :राजधानी में आतंकी हमले की बड़ी साजिश रच रहे पाकिस्तानी आतंकी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. उसकी पहचान मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के रूप में की गई है. वह पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है. वह आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था. आरोपी के पास से अत्याधुनिक हथियार, एके-47 और ग्रेनेड भी बरामद हुए हैं. खुद दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की निगरानी में इस पूरे आपरेशन को अंजाम दिया गया. अशरफ को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की हिरासत में भेजा गया.
फिलहाल पूरी साजिश को लेकर स्पेशल सेल की टीम उससे पूछताछ कर रही है. डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद कुशवाह ने कहा, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कल एक पाकिस्तानी नागरिक मोहम्मद असरफ को गिरफ्तार किया था. वह भारतीय पहचान के साथ एक दशक से अधिक समय से भारत में रह रहा था. प्रारंभिक जांच में स्लीपर सेल के रूप में उसकी संलिप्तता का पता चला, जो विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
जानकारी देते स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा उसने जम्मू-कश्मीर सहित भारत में कई आतंकवादी गतिविधियों में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया. हाल ही में, उसे आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था, उस जगह का उल्लेख नहीं किया गया था. उसे पाकिस्तान आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित किया गया है. हम उसके अन्य सहयोगियों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं.
दिल्ली के लक्ष्मी नगर से गिरफ्तार पाकिस्तानी आतंकवादी को लेकर डीसीपी स्पेशल सेल प्रमोद कुशवाहा ने कहा, पता चला है कि पहले भी वह आतंकी गतिविधियों में शामिल था. पाक आईएसआई हैंडलर जिसका कोड नाम नासिर था, ने उसे भर्ती किया और उसे निर्देश दे रहा था. हमने एक बड़ा आतंकवादी हमला टाल दिया है.
जानकारी देते ईटीवी भारत संवाददाता उसने कई फर्जी आईडी बनवाए, जिनमें से एक अहमद नूरी के नाम से थी. उसने भारतीय पासपोर्ट भी हासिल कर लिया था, थाईलैंड और सऊदी अरब की यात्रा की थी. उसने दस्तावेजों के लिए गाजियाबाद में एक भारतीय महिला से शादी की, बिहार में भारतीय आईडी भी हासिल की थी.
ये भी पढ़ें-38 साल बाद स्पेशल सेल में आईपीएस डीसीपी की एंट्री, जानिए बड़ी वजह
जानकारी के अनुसार, दिल्ली में आतंकी हमले को लेकर हाई अलर्ट है. कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस को ऐसे इनपुट मिले थे कि राजधानी में आतंकी हमला हो सकता है. इसको लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी जिला पुलिसकर्मियों, स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे. इसे लेकर पुलिस टीम लगातार काम कर रही थी और उन्होंने एक गुप्त सूचना पर संदिग्ध आतंकी को पकड़ा है. उसके पास से काफी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं. पुलिस को पता चला है कि वह नेपाल के रास्ते दिल्ली में आया था. पुलिस का शक है कि वह त्योहारों के मौसम में किसी बड़े हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहा था. फिलहाल उससे पूरी साजिश और उससे जुड़े हुए लोगों को लेकर पूछताछ चल रही है.
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार, गिरफ्तार किया गया मोहम्मद अशरफ उर्फ अली पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है. उसे लक्ष्मीनगर इलाके से सोमवार रात गिरफ्तार किया गया है. इसे लेकर पुलिस टीम ने बीते आठ अक्टूबर को साजिश का एक मामला दर्ज किया था. पुलिस को छानबीन के दौरान पता चला है कि वह फर्जी आईडी पर भारत में ठहरा हुआ था. उसने अली अहमद नूरी के नाम से शास्त्री नगर का एक फर्जी आईडी बना लिया था. उसके पास से पुलिस ने फर्जी आईडी, बैग और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. उसके पास से एक एके-47, मैगजीन और 60 गोलियां भी बरामद हुई हैं. एक हैंड ग्रेनेड, दो पिस्तौल और 50 कारतूस भी उसकी निशानदेही पर कालिंदी कुंज घाट से बरामद हुए हैं. तुर्कमान गेट इलाके से एक भारतीय पासपोर्ट भी उसने बरामद करवाया है.
ये भी पढ़ें-ISI, आतंकवादियों और अंडरवर्ल्ड का गठजोड़, दाऊद का भाई कर रहा टेरर फंडिंग
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार, गिरफ्तार किये गए मोहम्मद अशरफ को यूएपीए एक्ट, एक्सप्लोजिव एक्ट, आर्म्स एक्ट आदि मामले में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस का मानना है कि त्योहारों के सीजन में वह किसी बड़े हमले की साजिश रच रहा था. पुलिस टीम उससे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि भारत में कौन-कौन लोग उसकी मदद कर रहे थे. किस तरीके से नेपाल के रास्ते वह भारत पहुंचा और इस पूरे साजिश में कौन उसके मददगार हैं.