जम्मू : जम्मू-कश्मीर में शनिवार को जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के पहले चरण के लिए मतदान हुआ. इस दौरान अखनूर में पाकिस्तान से आए शरणार्थियों ने भी वोटिंग में हिस्सा लिया और अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जिसमें दूल्हा-दुल्हन भी शामिल थे.
यह शरणार्थी जम्मू से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित अखनूर के कोटेगढ़ी गांव में रहते हैं.
जम्मू-कश्मीर को संघ शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद पहली बार हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में शनिवार को लगभग 52 प्रतिशत मतदान हुआ.
आठ चरणों वाले डीडीसी चुनाव के पहले चरण में शनिवार को शांतिपूर्वक मतदान हुआ. हालांकि, कुलगाम में पत्थर फेंकने की एक मामूली घटना सामने आई.
राज्य निर्वाचन आयुक्त के के शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि 7,00,842 पंजीकृत मतदाताओं में से 51.76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. उन्होंने कहा कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और अपराह्न दो बजे तक लोगों ने वोट डाला.
जम्मू के रियासी में सर्वाधिक 74.62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया. आतंकवाद से प्रभावित पुलवामा जिले में सबसे कम 6.7 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
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शर्मा ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में पत्थर फेंकने की एक घटना को छोड़कर संघ शासित प्रदेश में मतदान की प्रकिया शांतिपूर्ण ढंग से निपट गई.
डीडीसी चुनाव के पहले चरण में 43 चुनाव क्षेत्रों में मतदान हुआ, जिनमें से 25 कश्मीर में हैं. अधिकारियों के अनुसार, इस चुनाव में 1,475 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं.