नई दिल्ली : फेसबुक से शुरू हुई अंजू की कथित लव स्टोरी का अंजाम क्या होगा, अभी किसी को पता नहीं है. फिलहाल भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों में इसकी खूब चर्चा हो रही है. पाकिस्तानी अधिकारियों की अंजू पर नजर बनी हुई है. वैसे, अंजू कोई जासूस बनकर पाकिस्तान नहीं गई है. उसके पास एक महीने की अवधि वाला वैलिड वीजा है. इसके ठीक उलट सीमा हैदर 'जासूस' वाले रास्ते से भारत में दाखिल हुई है. यही वजह है कि पुलिस की उस पर कड़ी नजर बनी हुई है. बहरहाल, आइए जानते हैं कि अंजू पाकिस्तान क्यों गई, वहां पर उसके साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है, साथ ही अंजू के परिवार वाले उसके साथ अब क्या करेंगे, ये कुछ सवाल हैं, जिसका जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं.
मध्य प्रदेश की रहने वाली अंजू ने अब तक जो बयान दिए हैं, उससे तो बिलकुल स्पष्ट है कि वह पाकिस्तानी युवक नसरुल्लाह के प्यार में पड़कर वहां गई है. उसकी लव स्टोरी फेसबुक से शुरू हुई. उसके बाद दोनों ने व्हाट्सएप पर चैटिंग करनी शुरू कर दी थी.
अंजू यह बता रही है कि वह अचानक से ही पाकिस्तान चली आई. लेकिन राजस्थान के अलवर के पुलिस अधिकारी ने उसकी झूठ का भंडाफोड़ कर दिया. पुलिस ने बताया कि अंजू ने 2020 में ही पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया था. इसका अर्थ यह है कि वह लंबे समय से नसरुल्लाह से मिलने की योजना बना रही थी. यानी पहले पासपोर्ट बनवाया, फिर पाकिस्तानी दूतावास के चक्कर काटने लगी ताकि उसे जल्द से जल्द वीजा मिले.
करीब दो साल की जद्दो-जहद के बाद नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त (हाई कमीशन) के अनुसार अंजू को एक महीने (30 दिन) के लिए वीजा जारी किया गया है. वीजा पाकिस्तान के अपर डीर (जिला) में ही मान्य है. उसके बाहर अंजू को जाने की अनुमति नहीं दी गई है. आपको बता दें कि पाकिस्तान वीजा जारी करने से पहले एरिया भी निर्धारित कर देता है, उसके दायरे में ही आपको रहना होता है, अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जा सकता है.
अंजू जिस शख्स से मिलने गई है, उसका नाम नसरुल्लाह है. नसरुल्लाह ग्रेजुएट है. कुल पांच भाई-बहनों में वह सबसे छोटा है. जब इस मामले की चारों ओर चर्चा होने लगी, तो नसरुल्लाह पर दबाव पड़ने लगा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उससे पाकिस्तानी ऑथोरिटी ने एक शपथ पत्र लिखवा लिया. इसमें नसरुल्लाह ने आश्वासन दिया है कि वह भारतीय लड़की अंजू से शादी नहीं करेगा. अपने शपथ पत्र में नसरुल्लाह ने किसी भी 'लव एंगल' से इनकार किया है. उसने स्वीकार किया कि अंजू उसकी दोस्त भर है. इसका अर्थ यह हुआ कि अंजू को 20 अगस्त तक भारत लौटना पड़ेगा.
अंजू को पहला झटका यहीं पर लग गया. पाकिस्तानी पुलिस ने इतना अधिक शिकंजा कस दिया, कि वह चाहकर भी बहुत कुछ नहीं कर सकती है. शपथ पत्र में उसके 'प्रेमी' नसरुल्लाह ने यह भी लिखा है कि अंजू सिर्फ और सिर्फ अपर डीर में ही रहेगी.
नसरुल्लाह ने पाकिस्तानी मीडिया को बताया कि अंजू उसके घर में रह रही है, लेकिन वह अलग कमरे में रहती है, उसी कमरे में जिसमें उसकी बहन भी है. अपर डीर के एक पुलिस अधिकारी मुश्ताक अहमद के हवाले से कहा गया है कि उनकी नजर अंजू पर बनी हुई है और वह 20 अगस्त तक यहां से भारत लौटेगी. नसरुल्लाह के घर के बाहर पाकिस्तानी पुलिस ने डेरा जमा लिया है. अपर डीर जिला पाकिस्तान के पेशावर से 300 किलोमीटर दूर है.
अब अंजू क्या करेगी, आगे वह कहां जाएगी, इस पर भी सस्पेंस बना है. यहां उसके परिवार वाले उससे खफा हैं. अंजू के पिता ने एक दिन पहले बताया कि उन्हें भी उसके पाकिस्तान में होने की खबर नहीं थी. उनके अनुसार उनके बेटे ने यह जानकारी दी. पिता ने कहा कि उसकी बेटी की शादी 20 साल पहले हुई थी, उसके बाद से उनका उससे कोई इंटरेक्शन नहीं हुआ है. पिता ने यह भी कहा कि वह मानसिक रूप से 'विक्षिप्त' है.