नई दिल्ली : अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के हटने के बाद अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban in Afghanistan) रोजाना नए इलाकों पर कब्जा करने का दावा कर रहा है. अफगानिस्तान में चल रहे तनाव पर ईटीवी भारत ने अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अंतरराष्ट्रीय संबंधों और क्षेत्रीय सहयोग के प्रमुख अहमद शुजा जमाल से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से तालिबान में करीब 10,000 नई भर्तियां कर रहा है. अहमद शुजा जमाल से बात की हैं ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी. यहां पर देखें पूरा साक्षात्कार...
तालिबान पिछले कुछ हफ्तों में पूरे अफगानिस्तान में तेजी से आगे बढ़ रहा है और देश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रहा है. अमेरिका ने अपने अधिकांश सुरक्षाबलों को वापस बुला लिया और 31 अगस्त तक शेष बलों को वापस बुलाने का लक्ष्य रखा है.
इससे पहले अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा था कि प्रधानमंत्री खान और उनके जनरलों ने बार-बार आश्वासन दिया कि आफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान का आना पाकिस्तान के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि तालिबान का समर्थन करने वाले नेटवर्क और संगठन अफगान लोगों और राज्य की संपत्तियों एवं क्षमताओं के नष्ट होने का खुले तौर पर जश्न मना रहे हैं.