इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन (address to the nation) में कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हूं. इमरान खान ने कहा कि अमेरिकी राजदूत ने हमारे राजदूत से यह बात कही थी कि इमरान को रूस नहीं जाना चाहिए था. इमरान खान ने कहा कि बाहरी साजिश के तहत सरकार को अस्थिर किया गया.
इमरान ने कहा कि विपक्ष के लोग बिके हुए हैं. सांसदों को सरे-आम खरीदा-बेचा जा रहा है. इमरान ने कहा कि विदेशी साजिश के खिलाफ वे नहीं झुकेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राजदूत ने हमारे राजदूत से यह बात कही थी कि इमरान को रूस नहीं जाना चाहिए था. कहा कि क्या दूसरे मुल्कों की सुनने के लिए हम आजाद हुए थे. अमेरिका ने हमारे राजदूत को धमकाया था. यह धमकी 22 करोड़ देशवासियों की तौहीन है.
इमरान ने कहा कि बाहर से हुक्म आ रहा है. इमरान सरकार जाने पर जश्न मनाया जा रहा है.इमरान ने यह भी कहा कि चुने हुए पीएम को नतीजा भुगतना होगा. यह धीरे-धीरे पता चला कि पूरी प्लानिंग थी. अब जनता को ही फैसला करना है. पाकिस्तान में जो भी हुआ वह प्लान के तहत हुआ है. इमरान ने यह भी कहा कि जनता लोकतंत्र, संप्रभुता की रक्षा करे. लोकतंत्र की रक्षा फौज नहीं कर सकती.