इस्लामाबाद : पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार के सत्ता से बाहर होने और नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस बीच एक मुद्दा यह भी सामने आ रहा है कि क्या नई सरकार भारत के साथ संबंधों को सामान्य करने पर काम करेगी. इसे लेकर विपक्ष के पीएम उम्मीदवार शाहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे का समाधान नहीं होने तक भारत के साथ संबंध सामान्य नहीं होंगे.
पाकिस्तान में नए प्रधानमंत्री का चयन सोमवार को होगा, जब नेशनल असेंबली इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद फिर से बैठक करेगी. संयुक्त विपक्ष की ओर से शहबाज़ शरीफ पीएम पद के उम्मीदवार हैं. शाहबाज़ शरीफ का पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना तय माना जा रहा है. इधर इमरान खान की विदाई के बाद पीटीआई से शाह महमूद कुरैशी प्रधानमंत्री के पद के उम्मीदवार होंगे.
पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाया गया है और वह पाकिस्तान के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए गए पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं. उन्होंने 18 अगस्त 2018 को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उनका 10 अप्रैल 2022 तक 1,332 दिनों का कार्यकाल रहा. क्रिकेटर से नेता बने खान तीन साल सात महीने और 23 दिन तक प्रधानमंत्री पद पर रहे, जो महीनों के हिसाब से करीब 43 महीने और 23 दिन का समय है. मौजूदा सदन का कार्यकाल अगस्त 2023 तक का है.
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342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान समाजवादी, उदारवादी और कट्टर धार्मिक दलों के संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था, जो प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था. पाकिस्तान के इतिहास में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है.