नई दिल्ली : भारत में परवेज मुशर्रफ को सबसे अधिक उनकी कुटिल चालों के लिए जाना जाता है. मुशर्रफ ने भारत के साथ धोखा किया था, पर उन्हें कभी भी सफलता नहीं मिली. ऐसे समय में जबकि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान को शांति का प्रस्ताव दिया था, मुशर्रफ ने कारगिल जैसा षडयंत्र रच डाला. तब पाकिस्तान में नवाज शरीफ की सरकार थी. पाकिस्तानी सेना की कमान मुशर्रफ के हाथों में थी. मुशर्रफ और नवाज के बीच अच्छे रिश्ते नहीं थे. इसका असर पाकिस्तान पर भी पड़ा.
परवेज मुशर्रफ ने भारत के शांति प्रस्ताव के जवाब में पाकिस्तानी सेना की मदद से कारगिल में युद्ध छेड़ दिया. पाक सेना ने मुजाहिदीन का भी साथ लिया. हाल के दिनों में मुशर्रफ ने एक भारतीय चैनल को दिए गए इंटरव्यू में भी इस तथ्य को कबूला था कि पाकिस्तानी सेना कारगिल हमले में शामिल थी. मुशर्रफ ने अपनी आत्मकथा 'इन द लायन ऑफ फायर' में भी इसका जिक्र किया था. हालांकि, कारगिल में भारतीय सेना की वीरता से पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी.