नई दिल्ली : पाकिस्तान दुनिया के शीर्ष 10 देशों में शमिल है, जहां इंटरनेट की स्वतंत्रता में गिरावट आई है. एक अंतरराष्ट्रीय स्वतंत्रता वकालत समूह और अनुसंधान संगठन ने वहां के प्रस्तावित नियमों पर चिंता जताई है जो साइबर स्वतंत्रता को और नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसकी जानकारी डॉन अखबार ने दी.
'फ्रीडम ऑन द नेट 2021: द ग्लोबल ड्राइव टू कंट्रोल बिग टेक' शीर्षक से अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वाशिंगटन स्थित फ्रीडम हाउस ने पाकिस्तान को इंटरनेट स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने वालों में सातवें स्थान पर रखा.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट स्वतंत्रता के विभिन्न संकेतकों को तौलते हुए, वकालत समूह ने कारण और तथ्य दिए जिससे इसकी रैंकिंग हुई. निगरानी के बहाने के रूप में डेटा संप्रभुता पर चर्चा करते हुई, इसने विभिन्न देशों के उदाहरणों का हवाला दिया और पाकिस्तान की स्थिति पर प्रकाश डाला, जहां सरकार ने हाल ही में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और सेवा प्रदाताओं के लिए नया नियम पेश किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है, 'कुछ मामलों में ऐसी डेटा स्थानीयकरण आवश्यकताओं को कंटेंट विनियमन के संदर्भ में पेश किया गया है. पाकिस्तान का प्रस्तावित निष्कासन और गैरकानूनी ऑनलाइन कंटेंट (प्रक्रिया, निरीक्षण और सुरक्षा) नियमों को अवरुद्ध करना, जिसका नवीनतम संस्करण नवंबर 2020 में प्रकाशित हुआ था, देश में एक या अधिक डेटा सर्वर स्थापित करने के लिए सोशल मीडिया कंपनियों के लिए आवश्यकताओं की रूपरेखा तैयार करता है.'