कोलकाता : संगीत रंग-रूप, जाति, प्रांत के भेदभाव से परे होता है. इसलिए उत्तरी कोलकाता में एक दुर्गा पूजा समिति ने अपने इस साल के पंडाल के थीम को संगीत के जरिये शहर से जोड़ने का तय किया है. पंडाल के थीम सॉन्ग दो पख्तून गायक (Pakhtoons singer) पेश करेंगे.
बगुहाती स्थित अश्विनीनगर बंधु महल क्लब के प्रवक्ता ने बताया कि तालिबान द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद क्लब इन दो पख्तूनों के संपर्क में आया, जो अब कोलकाता में बसे हुए हैं.
आयोजकों के साथ पख्तून गायक वहीं, इस साल पूजा में अफगान बेली डांसर (Afghan belly dancers) भी आकर्षण का केंद्र बनेंगे. आयोजकों के अनुसार पश्चिम बंगाल का अफगानिस्तान के साथ पुराना संबंध है. यह एक ऐसा देश है, जिसने कई बंगाली लेखकों (Bengali writers) की साहित्यिक कृतियों में जगह बनाई.
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उन्होंने कहा कि आजकल अफगानिस्तान अखबारों की सुर्खियों में हैं. अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद वहां के लोग पीड़ित व त्रस्त हैं. हमें कहीं न कहीं उनके दुखों से जुड़ने की जरूरत है. इसलिए हमने तय किया है कि इस साल हमारे थीम सॉन्ग को पख्तून के गायक पेश करेंगे, जो पूजा के मुख्य आकर्षण होंगे.
इसके अलावा इस साल दुर्गा की प्रतिमा को खास तरीके से सजाया जाएगा. देवी दुर्गा (Goddess Durga) के चेहरे पर सोने का मास्क (golden mask) चढ़ाया जाएगा, जबकि उनकी दस भुजाओं में चिकित्सकीय उपकरण जैसे सर्जिकल मास्क, थर्मोमीटर, इंजेक्शन आदि नजर आएंगे.
आयोजकों के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए ये अनोखा तरीका निकाला गया है. इसके साथ ही इस साल पूजा के थीम का नाम 'अरुण' रखा गया है. अरुण पा एक जाने माने थीम कलाकार थे जिनका निधन पिछले साल हुआ है.