दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

पाक सेना प्रमुख ने शांति समझौते की आड़ में अलापा कश्मीर राग - प्रधानमंत्री इमरान खान

पाकिस्तान की सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने गुरुवार को एक शांति समझौते की आड़ में भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोशिश की है. ऐसी ही कोशिश बुधवार को पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भी की थी. इस संबंध में पढ़िए वरिष्ठ संवादादात संजीब कुमार की रिपोर्ट.

जनरल बाजवा
जनरल बाजवा

By

Published : Mar 18, 2021, 9:57 PM IST

नई दिल्ली : यह कोई संयोग नहीं है कि जब पाकिस्तान के सेना प्रमुख और प्रधानमंत्री एक ही रास्ते पर रहे हों, बल्कि यह सोची समझी रणनीति है. इस्लामाबाद सेक्यूरेटी डायलॉग में पाक पीएम इमरान खान के कथनों पर अमल करते हुए गुरुवार को जनरल बाजवा ने कहा कि हमारे पड़ोसी को विशेष रूप से कश्मीर में एक अनुकूल वातावरण बनाना होगा. उन्होंने कहा कि भारत के साथ सबसे अहम मुद्दा कश्मीर का है. यह समझना महत्वपूर्ण है कि शांतिपूर्ण तरीकों के माध्यम से कश्मीर विवाद के समाधान के बिना इस क्षेत्र में शांति की कोई भी पहल सफल नहीं हो सकती है.

जनरल बाजवा के बयान से एक दिन पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसी स्थान पर यही बयान दिया था. इमरान ने बुधवार को कहा था कि उनके मुल्क के साथ शांति रखने पर भारत को आर्थिक लाभ मिलेगा. पीएम खान ने नीति निर्माताओं के साथ 100 से अधिक थिंक-टैंक और विश्वविद्यालय विभागों को जोड़ने वाले देश के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभाग (एनएसडी) सलाहकार पोर्टल को लॉन्च किया था जहां उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों के लिए अधिकार मांगे थे.

उन्होंने कहा था कि इससे भारत को पाकिस्तानी भू-भाग के रास्ते संसाधन बहुल मध्य एशिया में सीधे पहुंचने में मदद मिलेगी.

पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह भारत और पाकिस्तान के लिए अतीत को भूलने और आगे बढ़ने समय है. उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच शांति से दक्षिण और मध्य एशिया में विकास की संभावनाओं को खोलने में मदद मिलेगी.

दूसरे शब्दों में, जनरल बाजवा ने दोनों राष्ट्रों के बीच विवाद में कश्मीर मुद्दे की केंद्रीयता को भी रेखांकित किया कि यदि भारत अफगानिस्तान और मध्य एशिया में भूमिका चाहता है, तो उसका पाकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध होना चाहिए.

पाकिस्तानी पीएम ने बुधवार को कहा था कि भारत को बातचीत के लिए पहला कदम उठाना होगा. जब तक वह ऐसा नहीं करेंगे, हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं और अगले ही दिन जनरल बाजवा ने यहां इस्लामाबाद सुरक्षा वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि विवादों के कारण क्षेत्रीय शांति और विकास की संभावना अनसुलझे मुद्दों के कारण हमेशा बंधक रही है.

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह समय अतीत को भूलने और आगे बढ़ने का है.

जनरल ने अनुच्छेद 370 के तहत कश्मीर के लिए विशेष दर्जा की बहाली की मांग की, जो 5 अगस्त, 2019 को रद्द कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को राज्य का अधिकार छीन लिया गया था, जिसके बाद कश्मीर में इसका विरोध हो रहा है.

पढ़ें - चीन की 'महत्वाकांक्षा' पर अंकुश लगाएगा क्वाड

इस बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने शीत युद्ध को फिर से शुरू करने की धमकी दी. उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न शक्तिशाली देश और प्रतिस्पर्धी गठबंधनों उकसाने से शीत युद्ध के संकेत के अलावा कुछ भी हासिल नहीं हो सकता.

दिलचस्प बात यह है कि पीएम खान और जनरल बाजवा का यह बयान उस समय में आया है जब अंतरराष्ट्रीय संबध नाजुक क्षणों से गुजर रहे हैं, जहां पुराने रणनीतिक गठजोड़ नए लोगों के साथ बदल रहे हैं.

यह एक ऐसा समय है जब चीन और रूस हाल के दिनों में किसी भी समय की तुलना में बहुत अधिक करीब आ गए हैं. इतनी ही नहीं अमेरिका में जो बाइडेन सरकार अफगानिस्तान के माध्यम से रास्ता खोजने की कोशिश कर रही है और ईरान के साथ अपनी मामलों को हल करने की कोशिश कर रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details