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पंचों के तुगलकी फरमान से परेशान होकर वृद्ध ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती

राजस्थान के सोजत में पंचों का एक तुगलकी फरमान का मामला सामने आया है. समाज से बहिष्कृत बुजुर्ग और उसके परिवार की वापसी के लिए पंचायत ने उन्हें 25 लाख का अर्थदण्ड भरने को कहा. साथ ही, सजा के तौर पर उसे पूरा दिन पंचों के जूतों के बीच खड़े रहने का फरमान सुनाया. इससे परेशान होकर बुजुर्ग ने आत्महत्या करने की कोशिश (Pained old man attempts suicide in Pali) की. फिलहाल वह जोधपुर के अस्पताल में भर्ती है.

old man attempts suicide in Pali
पाली में वृद्ध ने किया खुदकुशी का प्रयास

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Published : Feb 18, 2022, 8:43 AM IST

पाली/जोधपुर.पाली जिले के सोजत के बीलावास कस्बे में बुधवार को एक वृद्ध ने सामाजिक प्रताड़ना (Panchayat inhuman decision) के चलते जहर खा (old man attempts suicide in Pali) लिया. तबियत बिगड़ता देख उसे सोजत के अस्पताल ले जाया गया जहां हालत न संभलने पर उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया. वहां महात्मा गांधी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

जहर खाने वाले वृद्ध मूलाराम प्रजापत की बेटी राजेश्वरी ने बताया कि बीलावास में नौ पट्टी की पंचायत बैठी थी जहां पर उसके पिताजी को पूरे दिन सुबह 9 बजे से शाम तक खड़ा रखा गया. बेटी का कहना है कि उन्हें 3 साल से समाज से बहिष्कृत रखा गया है. पीड़ित पर समाज में वापसी के लिए पंचों ने 25 लाख रुपए का अर्थदण्ड भी (Panchayat inhuman decision) पर लगाया जिससे दुखी होकर बुजुर्ग ने जहर खा लिया. जब वृद्ध की तबियत बिगड़न लगी तब परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया. बेटी राजेश्वरी का आरोप है कि इस मामले में अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. महात्मा गांधी अस्पताल में मूलाराम का उपचार चल रहा है.

मूलाराम

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यह है मामला-मूलाराम की बेटी का विवाह 12 साल पहले हुआ था लेकिन उसके पति ने दूसरी शादी कर ली. इसके बाद समाज ने उसके ससुराल वालों पर 17 लाख रुपए का दंड लगाया लेकिन ये राशि मूलाराम और उसकी बेटी को नहीं दी. इसी राशि के लिए पीड़ित पिता लंबे समय से पंचों और पंचायत के चक्कर लगाता रहा. इस बीच राजेश्वरी और उसके पति का विवाद थाने भी पहुंच गया.

पाली में वृद्ध ने खाया जहर

मामला थाने पहुंचने पर 3 साल पहले समाज ने पंचायत कर मूलाराम और उसकी बेटी को समाज से बहिष्कृत कर दिया. राजेश्वरी अपने दो बच्चों के साथ अपने पिता के पास ही रहती है. बुधवार को हुई पंचायत में पंचों ने मूलाराम को प्रताड़ित करने के लिए पंचों ने जहां जूते खोल रखे थे और उन्होंने मूलाराम को वहां पूरे दिन खड़ा रखा. मूलाराम ने बेटी के ससुराल से मिले दंड की राशि देने की मांग के साथ उसे समाज में शामिल करने की बात कही. जिस पर पंचों ने उलटा उस पर ही दंड लगा दिया. इस पूरे वाकये से परेशान होकर वृद्ध ने जहर खा लिया.

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