नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन की कमी ना होने का दावा खोखला है और अगर टीकाकरण के लिए पहुंचने वाले लोगों को अस्पतालों से वापस लौटना पड़ता है तो सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा.
वैक्सीन की कमी ना होने का दावा खोखला है- चिदंबरम बता दें, एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाने जा रहा है. जिसपर उन्होंने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए ट्वीट किया. लेकिन इस ट्वीट में पी चिदंबरम यह भी कहा कि बहरहाल हमें सरकार को आगाह करना है कि इस फैसले के साथ उसके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी भी आई है.
चिदंबरम ने कहा कि देश में पहली और सबसे बड़ी जरूरत टीके की उपलब्धता सुनिश्चित करना है क्योंकि ऐसी बहुत सारी शिकायतें आ रही हैं कि टीके की आपूर्ति सही ढंग से नहीं हो पा रही है. इसी के साथ उन्होंने दावा भी किया कि वैक्सीन की कमी नहीं होने का दावा खोखला और असत्य है.
कांग्रेस नेता के अनुसार, एक मई से टीकों की मांग बढ़ेगी, ऐसे में इनकी पूरी उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी और यदि लोगों को अस्पतालों से लौटना पड़ा तो सरकार को भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा. चिदंबरम ने सरकार को आगाह किया कि आने वाले दिनों में टीके की भारी मांग की संभावना को देखते हुए सरकार को अभी से तैयारियां करनी चाहिए.