नई दिल्ली : डीआरडीओ के प्रमुख सी सतीश रेड्डी ने सोमवार को कहा कि पीएम-केयर्स फंड से विभिन्न जिलों में 850 ऑक्सीजन संयंत्र लगाए जा रहे हैं. कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान पैदा हुए चिकित्सकीय ऑक्सीजन के संकट के मद्देनजर ये कदम उठाए जा रहे हैं.
रेड्डी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव चर्चा श्रृंखला के दौरान रेखांकित किया कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) कोरोना वायरस से मुकाबले में जरूरत पड़ने पर और अधिक 'उड़न अस्पतालों' सहित सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार था.
उड़न अस्पताल की स्थापना
उन्होंने कहा, 'हमने (दूसरी लहर के दौरान) कई शहरों में कोविड-19 के मरीजों के लिए अस्थायी अस्पतालों की स्थापना की. ये आधुनिक अस्पताल हैं, हमने इन्हें 'उड़न अस्पताल' नाम दिया है और इन्हें इस तरह से बनाया गया है कि वायरस इससे बाहर नहीं जा पाता है.' रेड्डी ने कहा, 'अगर तीसरी लहर आती है तो ये सारे अस्पताल (मरीजों का) बोझ उठाएंगे और सरकार इन पहलुओं पर विभिन्न हितधारकों के साथ चर्चा कर रही है.'