नई दिल्ली : कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर बरकरार है. इस संकट के समय में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है. हालांकि मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में भारतीय रेल काम कर रहा है. इसी क्रम में 100 वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने बुधवार को अपनी यात्रा पूरी की.
100 वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस 22 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर मध्य प्रदेश के जबलपुर पहुंची.
इस बारे में बताते हुए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, कोरोना से लड़ने के लिए विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने भारतीय रेलवे की 100 वीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस मध्य प्रदेश के जबलपुर पहुंची.
अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने और जरूरत को पूरा करने के लिए रेलवे पूरे संकल्प के साथ काम कर रहा है.
इन 100 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने विभिन्न राज्यों में 6,260 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का वितरण किया है. मंगलवार को ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा 800 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन वितरित की गई.
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उत्तराखंड में कल रात पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची. इसमें 120 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाई गई.
पुणे में भी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची. यहां उड़ीसा के अंगुल से 50 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन पहुंचाई गई.
अब तक महाराष्ट्र में 407 मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश में लगभग 1680 मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 360 मीट्रिक टन, हरियाणा में 939 मीट्रिक टन, तेलंगाना में 123 मीट्रिक टन, राजस्थान में 40 मीट्रिक टन, कर्नाटक में 120 मीट्रिक टन और दिल्ली में 2404 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन पहुंचाई गई है.