हैदराबाद : उत्तर प्रदेश के कासगंज में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए एक युवक की कथित रूप से पुलिस द्वारा पीटे जाने के कारण मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि युवक ने अपनी जैकेट में लगी डोरी से फांसी लगा ली. इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी पुलिस पर हमला बोला है.
ओवैसी ने सवाल किया कि नल में डोरी लगाकर कैसे कोई आत्महत्या कर सकता है. उन्होंने मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए आरोपी पुलिस वालों की फौरन गिरफ्तारी की मांग की. साथ ही कहा कि युवक अल्ताफ के परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए.
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, यूपी में पुलिस ज्यादतियों की महामारी चल रही है. पुलिस कहती है कि एक नल से अल्ताफ ने अपनी जैकेट के हुक में लगी डोरी सेफांसी लगा ली. पुलिस वालों के ऐसे घटिया बयान से काम नहीं चलेगा. मामले में आरोपी पुलिस वालों को जल्द अरेस्ट किया जाए. इसके साथ ही अल्ताफ के घरवालों को उचित मुआवजा दिया जाए.
बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी इस मामले की न्यायिक जांच की मांग की है. समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट में कहा, कासगंज में पूछताछ के लिए लाए गए युवक की थाने में मौत का मामला बेहद संदेहास्पद है. लापरवाही के नाम पर कुछ पुलिसवालों का निलंबन सिर्फ़ दिखावटी कार्रवाई है. इस मामले में इंसाफ़ व भाजपा के राज में पुलिस में विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए न्यायिक जांच होनी ही चाहिए.
इसके अलावा सपा ने भी ट्वीट कर कहा, भाजपा राज में हिरासत में एक और मौत . कासगंज में पुलिस हिरासत के दौरान युवक की हत्या, उप्र के ठोको पुलिस का एक और कारनामा है. उप्र में अपराधी और पुलिस लगातार मुख्यमंत्री की सरपरस्ती में कानून व्यवस्था का एनकाउंटर कर रहे हैं. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस चले, मिले सजा.