जयपुर.जोधपुर से ओसियां में 4 लोगों को जिंदा जलाने की घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. विपक्ष के साथ अब सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जर्जर होती कानून व्यवस्था पर कटघरे में खड़ा किया है. जोधपुर में हुई इस वीभत्स घटना के बाद ओसियां से कांग्रेस की विधायक दिव्या मदेरणा ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया. मदेरणा ने कहा कि मैं खुद एक महिला हूं पर मैं ही सुरक्षित नहीं हूं. इससे आप समझ सकते हैं कि प्रदेश की स्थिति क्या होगी.
मैं भी नहीं सुरक्षित :ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा ने कहा कि सामूहिक हत्याकांड पर मैंने सदन में अपनी आवाज उठाना चाही, लेकिन स्पीकर ने मुझे बोलने नहीं दिया. मैं जोधपुर रवाना हो रही हूं, मैं खुद सेफ नहीं हूं. जिन आरोपियों ने मुझ पर हमला किया वो गिरफ्तार नहीं हो पाए हैं. पुलिस सुरक्षा के बाद भी मुझ पर लोग हमला कर देते हैं. मैं भी महिला हूं, हां ये जरूर है कि मैं सक्षम हूं, लेकिन बात उनकी है, जिनकी आवाज बनने के लिए हम इस सदन में आए हैं. जो घटना घटित हुई है वह कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है. जो भी इसमें दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. अपराधियों में पुलिस का खौफ होना जरूरी है. बता दें कि दिव्या मदेरणा ने प्रश्नकाल के दौरान जोधपुर में हुई घटना को सदन में उठाना चाहा, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी.