कन्नूर (केरल) :केरल में कांग्रेस पार्टी ने ओमन चांडी और रमेश चेन्नीथला सहित असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं को शांत कराने का प्रयास किया. राहुल गांधी ने कन्नूर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर डिजिटल तरीके से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि पिछले कुछ वर्षों में केरल में कांग्रेस ने सामूहिक नेतृत्व का एक शानदार उदाहरण स्थापित किया है. यह सामूहिक भावना कांग्रेस पार्टी के सच्चे लोकाचार को दर्शाती है.
गांधी ने हालांकि केरल कांग्रेस में संगठनात्मक मुद्दों का उल्लेख नहीं किया लेकिन चांडी और चेन्नीथला की भावनाओं की कथित रूप से अनदेखी करके 14 जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की घोषणा के बाद प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व में बढ़ते असंतोष के मद्देनजर उनका बयान महत्वपूर्ण है. केरल कांग्रेस को 18 साल तक नियंत्रित करने वाले दोनों नेता केपीसीसी के नये नेताओं द्वारा डीसीसी अध्यक्षों के चयन के तरीके के खिलाफ खुलकर सामने आए थे, जिसमें इसके अध्यक्ष के सुधाकरन और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन शामिल हैं.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) महासचिव (प्रभारी, केरल) तारिक अनवर ने दोनों नेताओं, चांडी और चेन्नीथला को केरल में पार्टी का स्तंभ बताया और कहा कि संगठनात्मक मामलों पर सभी निर्णय उनके साथ परामर्श से लिये जाएंगे. पार्टी नेतृत्व ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि प्रदेश में पार्टी के संगठनात्मक मामलों में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सुधाकरन ही अंतिम निर्णय लेंगे.
सतीशन ने डीसीसी कार्यालय के उद्घाटन समारोह में कहा मतभेद हो सकते हैं लेकिन हम ऐसे सभी मुद्दों को हल करते हुए आगे बढ़ेंगे. केरल में कांग्रेस के संगठन के मामलों में अंतिम निर्णय सुधाकरन का होगा. चांडी और चेन्नीथला दोनों आनलाइन कार्यक्रम में शामिल हुए.
वेणुगोपाल ने पत्रकारों से बात करते हुए इन आरोपों को खारिज किया कि वह प्रदेश कांग्रेस में अपना खुद का समूह बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वेणुगोपाल ने चांडी के नेतृत्व वाले ए समूह और चेन्नीथला के नेतृत्व वाले आई समूह के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेरा कोई समूह नहीं है. यह (उनकी) कल्पना है. कांग्रेस मेरा गुट है और मेरे पास इससे आगे कुछ नहीं है.