नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Union Minister Kiren Rijiju) ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को नजरंदाज करने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि जब दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक देश मजबूत राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में गलत समय और गलत तरीके से विपक्ष उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है. लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह प्रस्ताव गलत समय पर और गलत तरीके से लाया गया है.
उन्होंने कहा कि आज दुनिया में भारत का प्रभाव बढ़ रहा है और विभिन्न देश भारत के साथ काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश में विभिन्न क्षेत्रों में जी-20 की बैठकें हो रही हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक देश मजबूत राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है. रिजिजू ने पूर्ववर्ती सरकारों पर पूर्वोत्तर क्षेत्र को नजरंदाज करने का आरोप लगाया और कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद इस क्षेत्र का विकास हो रहा है और यह क्षेत्र भारत का विकास इंजन बनने की ओर बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र को मुख्यधारा के केंद्र में लाने का काम किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मणिपुर की स्थिति आज पैदा नहीं हुई है बल्कि यह चिंगारी वर्षों पहले की है. उन्होंने भाजपा नीत सरकार आने के बाद पूर्वोत्तर के विकास और इस क्षेत्र में अलगाववाद को रोकने के लिए उठाये जाने वाले कार्यों का उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षो में पूर्वोत्तर में चरमपंथी, उग्रवादी गुटों से संबंधित आठ हजार से अधिक लोगों ने आत्मसमर्पण किया, इस क्षेत्र में अपहरण की घटनाओं में 81 प्रतिशत की कमी आई और अलगाववाद की घटनाओं में 76 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई.