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कर्नाटक में विपक्षी दलों की महाबैठक : बेंगलुरु में डिनर मीटिंग में 'हम एक हैं' का संदेश,खड़गे बोले, 'हम एकजुट हैं भारत के लिए' - मल्लिकार्जुन खड़गे

आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्षी दल बीजेपी का मुकाबला करने के लिए लामबंद हो रहे हैं. इसी सिलसिले में बेंगलुरु में कांग्रेस के आह्वान पर दो दिवसीय बैठक हो रही है. इस महाबैठक के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे बेंगलुरु पहुंचे. डिनर मीटिंग में कर्नाटक सीएम सहित कई राज्यों के नेता शामिल हुए.

Opposition parties meeting
बैठक में मौजूद नेता

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Published : Jul 17, 2023, 6:59 AM IST

Updated : Jul 17, 2023, 10:53 PM IST

बेंगलुरु: विपक्ष की कई प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने यहां रात्रिभोज के मौके पर बैठक की, जहां से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हैं.

वे मंगलवार को औपचारिक रूप से मंत्रणा करेंगे कि कैसे अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक साझा कार्यक्रम तैयार किया जाए और एकजुट होकर उसे मात दी जाए.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और कुछ अन्य नेता भी मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में शामिल होंगे और इसके बाद बैठक में शामिल होने वाले विपक्षी दलों के नेता संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से आगे की रूपरेखा पेश करेंगे.

बैठक स्थल पर एक बैनर लगा था जिस पर 'यूनाइटेड वी स्टैंड' (हम एक हैं) लिखा हुआ था. इस नारे के पोस्टरों से बेंगलुरु की सड़कें भी पटी पड़ी हैं.

शहर के एक पंचसितारा होटल में विपक्षी नेताओं के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की ओर से आयोजित रात्रिभोज से पहले यहां अनौपचारिक रूप से कई मुद्दों पर चर्चा हुई.

ये नेता हुए शामिल :कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ अन्य नेता इस बैठक में शामिल हुए.

डिनर मीटिंग हुई जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, 'समान विचारधारा वाली विपक्षी पार्टियां सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और राष्ट्रीय कल्याण के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगी.'

रात्रि भोज बैठक के बाद खड़गे ने ट्वीट किया, 'अच्छी शुरुआत हुई तो आधा काम हो गया! समान विचारधारा वाले विपक्षी दल सामाजिक न्याय, समावेशी विकास और राष्ट्रीय कल्याण के एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे. हम भारत के लोगों को नफरत, विभाजन, आर्थिक असमानता और लूट की निरंकुश और जनविरोधी राजनीति से मुक्त करना चाहते हैं. हम ऐसा भारत चाहते हैं जो न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के संवैधानिक सिद्धांतों द्वारा शासित हो. हम ऐसा भारत चाहते हैं जो सबसे कमजोर व्यक्ति को आशा और विश्वास दे. हम एकजुट हैं, इस भारत के लिए.'

बैठक से पहले साधा निशाना :बैठक से पहले कांग्रेस ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि अगले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी दलों की एकजुटता भारत के राजनीतिक परिदृश्य के लिए परिवर्तनकारी साबित होगी तथा जो लोग अकेले दम पर विपक्षी पार्टियों को हरा देने का दंभ भरते थे, वे इन दिनों 'राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के भूत' में नई जान फूंकने की कोशिश में लगे हुए हैं.

विपक्षी दलों की बैठक के दूसरे दिन की चर्चा 18 जुलाई को होगी और उसी दिन दिल्ली के एक पांचसितारा होटल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की बैठक होने वाली है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि राजग की बैठक में 38 दल शामिल होंगे.

विपक्ष की बैठक से पहले माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना को सोमवार को खारिज कर दिया और कहा कि वाम दल एवं कांग्रेस के साथ मिलकर धर्मनिरपेक्ष पार्टियां राज्य में भाजपा और टीएमसी दोनों का मुकाबला करेंगी.

उन्होंने यह भी कहा कि पूरा प्रयास होगा कि भाजपा के खिलाफ मतों का बंटवारा कम से कम हो.

उधर, जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने कहा, 'मैं लंबे समय से इस मौके की तलाश में था... हमें वरिष्ठ नेताओं ने कल की बैठक (एनडीए बैठक) के लिए बुलाया है. हम यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि लोगों के पक्ष में और तेलुगु राज्यों में प्रगति के लिए एनडीए की नीतियों को कैसे आगे बढ़ाया जाए. खासतौर पर आंध्र प्रदेश की राजनीति पर विशेष ध्यान होगा और संभवतः इस बारे में अधिक हो सकता है कि गठबंधन पर चर्चा किया जाए, जिसके बारे मैं कल बता पाऊंगा.'

इस बैठक को लेकर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, 'कुछ नेता आज नहीं आ रहे हैं, कल आएंगे और यह बैठक कल सुबह होने वाली है. यह बैठक 11 बजे शुरू होगी और शाम 4 बजे सभी पार्टियों के नेता देश को संबोधित करेंगे. उन्होंने आगे कहा, 'हमारी पटना के बैठक के बाद अचानक प्रधानमंत्री को एनडीए (NDA) का ख्याल आया. एनडीए में एक नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है.'

वहीं, आम आदमी पार्टी जो कांग्रेस पर दिल्ली अध्यादेश के मुद्दे पर दबाव बना रही थी अब इस बैठक में शामिल होने का ऐलान किया है. इससे पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद के मानसून सत्र में दिल्ली अध्यादेश पर केंद्र में बीजेपी का विरोध करने की घोषणा की.

इसके बाद आप(AAP) की ओर से इस बैठक में शामिल होने के ऐलान किया गया. इससे पहले पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने भी इस बैठक में शामिल होने की घोषणा की थी.

बता दें कि इससे पहले 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर आयोजित की गई थी. बताया जाता है कि इस बैठक में सभी दलों के बीच हुई बातचीत में कुछ सार्थक नतीजा सामने नहीं आया था. इसके बाद कांग्रेस की ओर से दूसरी बैठक का आह्वान किया गया है. अब सबकी निगाहें आज की बैठक पर टिकी हैं.

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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बैठक के लिए एजेंडा तय है ताकि बीजेपी का आगामी लोकसभा चुनाव में डटकर मुकाबला किया जा सके. हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों को देखते हुए इस बैठक को अहम माना जा रहा है. महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है. राकांपा प्रमुख शरद पवार राज्य में एक बड़े विपक्षी नेता के रूप में देखे जा रहे थे लेकिन उनकी पार्टी में दरार आ गई. उनके भतीजे अजित पवार बागी हो गए और शिंदे सरकार में शामिल होकर उपमुख्यमंत्री बन गए.

खड़गे बोले- विपक्ष को बांटने के लिए हो रही ईडी की कार्रवाई:कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा धन शोधन मामले में तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी के परिसरों पर छापेमारी किये जाने की निंदा करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि यह सब डराने-धमकाने और विपक्षी दलों को बांटने के लिए किया जा रहा है.

उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी दल डरने वाले नहीं हैं और वे भारतीय जनता पार्टी की इस प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ एकजुट हैं. खरगे ने ट्वीट किया, 'विपक्ष की महत्वपूर्ण बैठक से ठीक पहले तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री डॉ. के. पोनमुडी के खिलाफ ईडी की छापेमारी की हम निंदा करते हैं.' उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष को डराने और बांटने के लिए इस तरह की कार्रवाई मोदी सरकार की ‘चिरपरिचित पटकथा’ बन गई है.

खड़गे ने कहा, 'हैरानी की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को अचानक वैचारिक रूप से विरोधी पार्टियों का गठबंधन बनाने की जरूरत महसूस हुई है.' उन्होंने कहा, 'सभी समान विचारधारा वाले दल मोदी सरकार की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ एकजुट हैं और लोकतंत्र को कुचलने की इन कायरतापूर्ण तरकीबों से हम बिल्कुल नहीं डरेंगे.'

प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले में सोमवार को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के पोनमुडी तथा उनके बेटे एवं सांसद गौतम सिगमनी के परिसरों पर छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि राजधानी चेन्नई के अलावा विल्लुपुरम में भी पोनमुडी और सिगमनी से जुड़े परिसरों पर तलाशी ली जा रही है.

विपक्ष की बैठक से शरद पवार रहेंगे नदारद:भारतीय जनता पार्टी को केंद्र की सत्ता से दूर करने के लिए देश के प्रमुख विपक्षी दल लामबंद हो रहे हैं. इस बीच खबर है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार बेंगलुरु की बैठक में आज शामिल नहीं होंगे. वह मंगलवार यानी बैठक के दूसरे दिन विपक्षी नेताओं के साथ रहेंगे. आज की बैठक में शामिल नहीं होने के बारे में मीडिया को जानकारी नहीं दी गई है.

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(एक्सट्रा इनपुट एजेंसी)

Last Updated : Jul 17, 2023, 10:53 PM IST

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