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भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत से हुआ अस्वीकृत - भूपेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

छत्तीसगढ़ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर आधी रात तक चर्चा के बाद ध्वनिमत से यह धवस्त हो गया. अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार ने आम छत्तीसगढ़िया का आत्मबल बढ़ाने का काम किया है. आज जनता सीधे अपने सीएम से मिल सकती है, बात कर सकती है.

Chhattisgarh Legislative Assembly
छत्तीसगढ़ विधानसभा

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Published : Jul 28, 2022, 8:22 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़विधानसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है. अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "नेशनल हेराल्ड में मनी लांड्रिंग तो हुई नहीं. ये सिर्फ बदनाम करने की साजिश है. सेंट्रल एजेंसी सिर्फ परेशान करने का काम करती है, इसलिए हमने कहा था कि मां का दूध पीया है तो ईडी में केस दर्ज है, सीएम मैडम कौन है? सीएम सर कौन है? एसीबी में केस दर्ज है. पूछताछ क्यों नहीं करते."

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रोजगार मेला पर चर्चा:सीएम भूपेश ने कहा, "अकलतरा, जांजगीर चाम्पा में रोजगार मेला हुआ था या नहीं? कलेक्टरों ने रोजगार मेला का आयोजन किया था. छत्तीसगढ़ के लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा लूटकर चिटफंड कंपनिया भाग गई. जब छत्तीसगढ़ की जनता का साढ़े छह हजार करोड़ रुपए लेकर कंपनियां भाग गई फिर ईडी क्यों पूछताछ नहीं करती. मेरे खेत को नपवाया गया. मै कभी बदले की राजनीति नहीं करता. बदले की राजनीति दिल्ली वाले करते हैं."

सीएम भूपेश बघेल

धर्मांतरण पर हुई बात: सीएम ने कहा, प्रजातंत्र की दुहाई सिर्फ छत्तीसगढ़ में मत दीजिए. महाराष्ट्र में दीजिए, गोवा कर्नाटक में दीजिए. असहमति का सम्मान कीजिए. उन्होंने कहा कि मेरे पेपर पटकने पर टिप्पणी की गई, लेकिन संसदीय प्रक्रियाओं को तार तार किया जाता है तो दुख होता है. धर्मांतरण का मामला भी उठाया गया. मैं दावे के साथ कहता हूं कि 95 फीसदी चर्च बीजेपी शासनकाल में बने. सिर्फ 19 कार्रवाई हुई. हमारे शासनकाल में 15 शिकायतें आई, जिसमें से 12 में कार्रवाई की गई.

छत्तीसगढ़ की संस्कृति पर बोले सीएम बघेल: सदन में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "आदिवासी संस्कृति, आदिवासी कलाओं को संरक्षित करने का काम हम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के मूल में जो भावनाएं रही है उसे आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. हसदेव अरण्य को लेकर सदन में बातें आई. इन खदानों को किसने मांगा था? 2007 में मिली अनुमति पर काम किया है. हमने लेमरु एलिफेंट का दायरा बढ़ाया. हमारी योग्यता पर प्रश्नचिह्न लगाते हैं, अपनी योग्यता देखिए. एक आदमी को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया है, दिल्ली भेजकर दिखाओ.


मोहन मरकाम को बताया छोटा भाई:सीएम ने कहा, मोहन मरकाम मेरे छोटे भाई हैं. संगठन चुनाव को लेकर मैंने कुछ कहा था नहीं हुआ. मैंने उनसे कहा. ये भी अविश्वास प्रस्ताव का मुद्दा बना दिया. गोबर खरीदे डेढ़ सौ करोड़ का और सौ करोड़ का विज्ञापन, जबकि प्रचार प्रसार में महज सात करोड़ रुपए खर्च किए गए. 275 करोड़ के जनसंपर्क के बजट में से सौ करोड़ रुपए तो हमने पिछली सरकार का ही पटाया. सदन में इतना असत्य कथन भी ठीक नहीं.

किसानों के लिए कर्ज लिया:सीएम बघेल ने कहा, मैंने कर्ज लिया है तो मुझे पता है कि किसानों का ऋण खत्म करने के लिए, लोगों का भला करने के लिए, पिछली सरकार ने 41 हजार करोड़ रुपए कर्ज लिया. किसलिए लिया गया. नया रायपुर बनाए है माचिस का डिब्बा. हम जितना भी किसानों के लिए कर रहे हैं अजय चंद्राकर के शब्दों में ये रेवड़ी है. पिछली सरकार ने सपने भी दिखाए और रेवड़ी बांटना भी नहीं पड़ा. मैं उस वक्त भी कहता था कि पहले पानी की व्यवस्था कर लो फिर शौचालय बनाना.

बीजेपी ने पंद्रह साल में क्या किया: उन्होंने कहा, बीजेपी को पंद्रह साल मिले थे. एक ढंग का हॉस्पिटल, स्कूल नहीं बना पाए. हमारे कार्यकाल में दो साल कोरोना में चले गए उसके बावजूद स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में ढेरों काम किए. मलेरिया की दर में गिरावट आ गई. उल्टी दस्त से लोगों की मौत होती थी. अब मौत नहीं हो रही. हमने हाट बाजार क्लिनिक शुरू की थी. स्वामी आत्मानंद स्कूल की बात उठी. शिक्षकों का मुद्दा उठा. भेंट मुलाकात के दौरान दो डिमांड सबसे ज्यादा आई. आदिवासी इलाकों में भी बैंक और स्वामी आत्मानंद स्कूल की मांग आई.

हमारी सरकार की एक ही मंत्र:सीएम भूपेश बघेल ने कहा, हर जिले में सी मार्ट बन गया है. हमने स्थानीय उत्पाद को बाजार दिया है. विश्वास, विकास और सुरक्षा देने वाली सरकार है. नक्सली अब दबाव में मध्यप्रदेश पलायन कर रहे हैं. मंडला में पहली बार नक्सल पुलिस मुठभेड़ हुई, नक्सली मारे गए. 15 सालों में बीजेपी ने क्या काम किया? आज दूसरे प्रदेशों से तुलना करते हैं.

धान खरीद पर चर्चा: सीएम ने कहा, हमने कैबिनेट में फैसला किया था कि केंद्र पैसा दे या ना दे हम किसानों का धान 2500 रुपए की दर पर ही खरीदेंगे. कोरोना काल में इसका बहाना बनाकर हम पीछे भी हट सकते थे लेकिन हमने कहा कि हम बीजेपी की तरह किसानों को धोखा नहीं देंगे. हमने नहीं कहा कि क्षेत्र विकास में कटौती करेंगे, अधिकारी कर्मचारी के वेतन में कटौती करेंगे. हमने कहा जब तक और जैसे भी कर सकते हैं हम बगैर कटौती सब करेंगे. ये आज अविश्वास प्रस्ताव क्या इसलिए लेकर आए हैं?

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक

राशन कार्ड को कराया आधार से लिंक:सीएम ने कहा, भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं. जबकि हमने सब पैसा बैंक खाते में कर रहे हैं. इसमें किसी बिचौलिया की जरूरत नहीं है. पिछली सरकार में राशन में भी घोटाला होता था. हमने सभी राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कर दिया. आज 99 फीसदी लोगों के पास राशन कार्ड है. 98 फीसदी लोग भौतिक रूप से खड़े होकर राशन ले रहे हैं. इसके अलावा कोयला को लेकर खूब आरोप लगे. ज्यादातर कोल खदान एससीईएल के पास है और चोरी का आरोप हम पर लगता है. पंद्रह साल से रमन सिंह खनिज विभाग सम्भाल कर रखे थे. हमें भी गड़बड़ी पता चली तो हमने भी छापा डलवाया.

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने क्या कहा:छत्तीसगढ़ के मानसून सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि केंद्र सरकार हो, राज्य सरकार हो या पंचायत सरकार,सरकार बनाने के लिए किए जाने वाले वादों के अनुरूप सरकार चलती है. ये सरकार खोखले वादों और खोखली नीति की सरकार बन गई. जनता ने भी सरकार से विश्वास खो दिया. सरकार में आने के पहले जारी किए गए जनघोषणा पत्र के वादों को सरकार ने नहीं निभाया. जिन वादों के बल पर ये सरकार आई बमुश्किल से छह घोषणाओं को आधा अधूरा लागू किया है. दुर्भाग्य की बात है कि घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष सदन में नहीं है.

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