नई दिल्ली :कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने सुप्रीम कोर्ट के राजद्रोह के मामलों में सभी कार्यवाहियों पर रोक लगाने के आदेश का स्वागत किया है. कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि देश की शीर्ष अदालत ने यह संदेश दिया है कि सत्ता को आईना दिखाना राजद्रोह नहीं हो सकता. पार्टी ने यह भी कहा कि शीर्ष अदालत के आदेश से यह भी साबित हो गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजद्रोह कानून को खत्म करने का जो वादा किया था वह सही रास्ता था. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'सच बोलना देशभक्ति है, देशद्रोह नहीं. सच कहना देश प्रेम है, देशद्रोह नहीं. सच सुनना राजधर्म है, सच कुचलना राजहठ है. डरो मत!'
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'सत्ता को आईना दिखाना राष्ट्रधर्म है. यह देश विरोधी नहीं हो सकता. सुप्रीम कोर्ट ने आज यही स्पष्ट संदेश दिया है.' उन्होंने कहा, 'सत्ता के सिंहासन पर बैठे निरंकुश शासक, लोगों की आवाज कुचलने वाले निरंकुश राजा, जनविरोधी नीतियों की आलोचना करने पर लोगों को जेल में डालने वाले राजा अब जान लें कि जनता खड़ी हो चुकी है, अब जनता को दबाया नहीं जा सकता है.' सुरजेवाला के अनुसार, कांग्रेस 2019 में यह कानून खत्म करना चाहती थी, आज उच्चतम न्यायालय की व्यवस्था से यह साबित हो गया कि हमारा रास्ता सही है.
वहीं, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सरकार को सर्वोच्च न्यायालय को यह सूचित करने के लिए मजबूर होना पड़ा कि वह राजद्रोह कानून के प्रावधानों पर पुनर्विचार और पुन: जांच करेगी. यह अच्छी बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने औपनिवेशिक काल इस कानून को स्थगित रखने का आदेश देकर कुछ राहत प्रदान की है, और केंद्र और राज्य सरकारों को देशद्रोह कानून के तहत नए मामले दर्ज नहीं करने का निर्देश दिया है.