पटनाःबिहार के पटना में ''लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ महारैली" में पहुंचे भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने विपक्षी एकता की वकालत की और कहा कि भाजपा से लड़ने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए. हालांकि मीडिया के पूछे गए विपक्ष के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष के बहुत सारे चेहरे हैं. बीजेपी सिर्फ एक चेहरे की बता करती है तो वह तानाशाही है. उन्होंने कहा कि पार्टी में इस अधिवेशन के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और कई प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे.
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'सभी पर चहरों पर चर्चा होगी': नीतीश कुमार के पीएम फेस पर दीपांकर भट्टाचार्य ने साफ साफ कहा है कि विपक्ष के बहुत सारे चेहरे हैं. सभी पर चर्चा होगी अगर कोई एक चेहरा बता रहा है तो वह तानाशाही कर रहा है. दीपांकर ने कहा कि कल यानी गुरुवार को सभी वाम दल चर्चा करेंगे और 18 फरवरी को हमने नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन, सलमान खुर्शीद और अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया है.
"भाजपा से लड़ने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए. साल 2023 विपक्षी एकता को मजबूत करने का साल होगा. विपक्ष में पीएम फेस के लिए बहुत सारे चेहरे हैं. बहुत सारे दल हैं ये विपक्ष की खूबसूरती है. सभी पर चर्चा होगी. बीजेपी जो सिर्फ एक चेहरे की बता करती है ये उसकी तानाशाही है".दीपांकर भट्टाचार्य, राष्ट्रीय महासचिव, भाकपा माले
बीबीसी कार्यालय पर हुए सर्वे को बताया गलतः वहीं, दीपांकर भट्टाचार्य ने बीबीसी कार्यालय पर हुए सर्वे पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ये छापेमारी दुर्भाग्यपूर्ण है. वहीं दूसरी तरफ ये भी कहा कि अडानी मुद्दे पर सरकार की स्पष्ट चुप्पी से पता चलता है कि सरकार उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है. जो कतई सही नहीं है.
पर्यावरण परिवर्तन पर होगा प्रस्ताव पासः आपको बता दें कि आज बुधवार को बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में भाकपा माले ने ''लोकतंत्र बचाओ-भारत बचाओ'' रैली का आयोजन किया. जहां देश भर से आए वाम दलों के नेता मौजूद थे. कई विदेशी प्रतिनिधि भी इस रैली में मौजूद थे. भाकपा माले का ये 11वां अधिवेशन है, जिसे इस बार पटना में आयोजित किया गया है, ये पांच दिनों तक चलेगा. इस दौरान भाकपा माले पर्यावरण परिवर्तन पर एक प्रस्ताव भी पारित करेगी जो एक वैश्विक मुद्दा बन गया है.