नई दिल्ली:यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए अब भारतीय वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है (Indian Air Force joins evacuation efforts). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर 'ऑपरेशन गंगा' के तहत वायु सेना ने अपनी पहली उड़ान को रवाना किया. भारतीय वायु सेना पर देशवासियों को भरोसा है कि वह जल्द ही स्थिति को नियंत्रण में लेकर हजारों परिवारों को राहत पहुंचाएगी. यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना के तीन और विमान आज पोलैंड, हंगरी और रोमानिया की यात्रा पर जाने वाले हैं.
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के सरकार के प्रयासों को तेज करते हुए, एक भारतीय वायु सेना (IAF) C-17 परिवहन विमान (IAF, C-17 aircraft leaves for Romania) बुधवार तड़के रोमानिया के लिए रवाना हुआ . विमान ने सुबह करीब 4 बजे हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के प्रयासों की समीक्षा के लिए मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता के बाद भारतीय वायुसेना को इस अभियान में शामिल होने के लिए कहा गया.
सूत्रों ने कहा कि वायु सेना की क्षमताओं का लाभ उठाने से यह सुनिश्चित होगा कि कम समय में अधिक लोगों को निकाला जा सके और यह मानवीय सहायता को अधिक कुशलता से वितरित करने में भी मदद करेगा. रूस की सेनाओं द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने के बाद, भारत सरकार ने संघर्ष ग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' शुरू किया. 'ऑपरेशन गंगा' मिशन के तहत विशेष उड़ानें नि:शुल्क संचालित की जा रही हैं. यूक्रेन में फंसे 219 भारतीय नागरिकों को लेकर इस तरह की पहली निकासी उड़ान 26 फरवरी को मुंबई में उतरी. इस तरह की कई उड़ानें अब तक देश में उतर चुकी हैं.
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यूक्रेन की सीमाओं को पार कर इसके साथ लगे पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए 24x7 नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं. मोल्दोवा के माध्यम से एक नया मार्ग खोला गया है और एक विदेश मंत्रालय की टीम भी अब वहां मौजूद है और लोगों की सहायता कर रहा है. टीम रोमानिया के रास्ते भारतीयों को निकालने में मदद करेगी.