तिरुवनंतपुरम : कांग्रेस नेता और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने यूडीएफ (यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट) के राज्य की सत्ता में वापसी की उम्मीद जताई है. चांडी ने कहा कि केरल का चुनावी इतिहास हर चुनाव की तरह बरकरार रहेगा, यानी एक बार फिर विपक्ष सत्ता में वापसी करेगा.
केरल विधानसभा के 140 सदस्यों के लिए मतों की गिनती रविवार सुबह 8 बजे शुरू होगी. एग्जिट पोल के अनुसार, एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) दोबारा सत्ता में वापसी कर सकता है.
कन्नूर से लौटने के बाद 77 साल के ओमन चांडी अपने आवास पर थे, जहां वह वीवी प्रकाश के अंतिम संस्कार में शामिल होने गए थे. उनके पार्टी के जूनियर सहयोगी और निलांबुर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के उम्मीदवार, जिनका दो दिन पहले दिल की गति रूक जाने से निधन हो गया था.
चांडी ने कहा, कांग्रेस पार्टी कई एग्जिट पोल को ज्यादा महत्व नहीं देती है, जो सभी ने कहा है कि पिनराई विजयन सत्ता बनाए रखने वाले पहले व्यक्ति बनकर इतिहास बनाएंगे. न तो मेरी पार्टी और न ही मैं इन एक्जिट पोल को मानता हूं क्योंकि यह सही नहीं आया है.
चांडी ने कहा, एक बड़ा कारण है कि जो हम महसूस करते हैं, विजयन वापस नहीं आएंगे. पार्टी के एक अच्छे वर्ग के बीच एक भावना है. उनकी पार्टी के सर्वोत्तम हित के लिए विजयन को हारना होगा, क्योंकि वह एक निरंकुश नेता में बदल गए हैं. सीपीआई-एम के 33 विधायकों को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी गई थी. हमारी तरफ से यह पहली बार है कि हमने आधे से ज्यादा निर्वाचन क्षेत्रों में नए चेहरे को मैदान में उतारे. ये सभी कारण हैं कि हम जीत के प्रति इतने आश्वस्त क्यों हैं.
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चांडी ने यह भी कहा कि भाजपा और सीपीआई-एम के बीच गुप्त संबंध होने की कथित खबरें हैं, क्योंकि भाजपा की दुश्मन कांग्रेस पार्टी है. भाजपा का प्लान यह है कि अगर उन्हें केरल में जीतना है, तो उन्हें कांग्रेस को खत्म करना होगा और गुप्त समझौता इसके लिए था. लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि आरएसएस इस संधि के लिए उत्सुक नहीं था.
चांडी ने शनिवार को कहा कि वह कोट्टायम में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र पुथुपल्ली जाएंगे, जहां वह अपनी लगातार 12वीं जीत की आस कर रहे हैं. उस सीट पर उनको पहली बार 1970 में अपने पहले चुनाव से लगाातार जीत मिली.